आईपीएल 2025 में कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) के तीन प्रमुख खिलाड़ियों — आंद्रे रसेल, सुनील नारायण और एनरिक नॉर्टजे — के बल्ले मैदान पर गेज टेस्ट में फेल हो गए, जिससे उन्हें अपने बल्ले बदलने पड़े।

क्या है गेज टेस्ट?
आईपीएल के नियमों के अनुसार, बल्लेबाजों के बल्ले की चौड़ाई, मोटाई और किनारों की माप निर्धारित सीमाओं के भीतर होनी चाहिए। नियमों के अनुसार, बल्ले की अधिकतम चौड़ाई 4.25 इंच, मोटाई 2.64 इंच और किनारों की मोटाई 1.56 इंच होनी चाहिए। इस सीजन में पहली बार अंपायर मैदान पर ही एक त्रिकोणीय प्लास्टिक गेज का उपयोग कर रहे हैं, जिससे बल्ले की वैधता की जांच की जाती है।
क्या हुआ मैच में?
पंजाब किंग्स के खिलाफ खेले गए मैच के दौरान, जब आंद्रे रसेल 11वें ओवर में बल्लेबाजी के लिए आए, तो अंपायर सईधरशन कुमार ने उनके बल्ले का गेज टेस्ट किया, जिसमें उनका बल्ला फेल हो गया। इसके बाद, सुनील नारायण और एनरिक नॉर्टजे के बल्ले भी इसी परीक्षण में फेल हो गए, जिससे उन्हें अपने बल्ले बदलने पड़े।
क्या बोले एक्सपर्ट्स?
पूर्व तेज गेंदबाज डेल स्टेन ने इस घटना पर मजाकिया टिप्पणी करते हुए कहा, “अंपायरों के पास नया खिलौना है। बल्लेबाज अपने दूसरे पसंदीदा बल्ले के साथ आ रहे हैं… स्कोर चेक करें… हाहा।”
क्या यह नया नियम है?
पहले, बल्ले की जांच मैच से एक दिन पहले की जाती थी, लेकिन इस सीजन से अंपायर मैदान पर ही बल्ले की जांच कर रहे हैं। इससे पहले, नितीश राणा, शिमरोन हेटमायर और हार्दिक पांड्या के बल्ले भी जांचे गए थे, जो वैध पाए गए।
इस घटना ने दिखाया कि आईपीएल में नियमों का पालन सुनिश्चित करने के लिए अंपायर कितने सतर्क हैं। बल्ले की वैधता की जांच से खेल की निष्पक्षता बनी रहती है और सभी खिलाड़ियों को समान अवसर मिलता है।