कंपनी का संक्षिप्त परिचय
DS ग्रुप, जिसकी स्थापना 1929 में हुई थी, एक बहु-व्यवसायिक समूह है जो खाद्य एवं पेय पदार्थ, माउथ फ्रेशनर, मसाले, हॉस्पिटैलिटी और तंबाकू उत्पादों में सक्रिय है। इसके प्रमुख ब्रांड्स में रजनीगंधा, पास पास, पल्स, कैच और लविट शामिल हैं।

प्रमुख उपलब्धियाँ
- ₹10,000 करोड़ का टर्नओवर: वित्त वर्ष 2024-25 में कंपनी ने ₹10,000 करोड़ से अधिक की बिक्री की, जिससे यह भारत की टॉप 15 एफएमसीजी कंपनियों में शामिल हो गई।
- खाद्य एवं पेय पदार्थों में 42% योगदान: कंपनी की कुल बिक्री में खाद्य एवं पेय पदार्थों का 42% हिस्सा रहा, जिसमें कैच मसाले और पल्स कैंडी प्रमुख हैं।
- माउथ फ्रेशनर में 38% योगदान: पास पास जैसे ब्रांड्स के माध्यम से माउथ फ्रेशनर श्रेणी में कंपनी की बिक्री का 38% हिस्सा रहा।
- हॉस्पिटैलिटी में 3% योगदान: कंपनी की हॉस्पिटैलिटी शाखा ने कुल बिक्री में 3% का योगदान दिया।
- तंबाकू उत्पादों में 10% से कम योगदान: कंपनी की तंबाकू उत्पादों से होने वाली आय कुल बिक्री का 10% से भी कम रही।
भविष्य की योजनाएँ
- ₹20,000 करोड़ का लक्ष्य: कंपनी का लक्ष्य है कि 2029 तक, जब वह अपनी 100वीं वर्षगांठ मनाएगी, ₹20,000 करोड़ का टर्नओवर हासिल करे।
- कन्फेक्शनरी व्यवसाय में ₹5,000 करोड़ का लक्ष्य: DS ग्रुप की कन्फेक्शनरी शाखा, जिसमें पल्स और पास पास जैसे ब्रांड्स शामिल हैं, ने FY24 में ₹1,000 करोड़ का टर्नओवर पार किया है और अगले पांच वर्षों में ₹5,000 करोड़ का लक्ष्य निर्धारित किया है। dsgroup.com
- कैच मसालों में विस्तार: कैच मसालों ने ₹1,000 करोड़ की बिक्री का आंकड़ा पार किया है और कंपनी इस श्रेणी में अगले पांच वर्षों में 30% की वार्षिक वृद्धि दर से विस्तार की योजना बना रही है। The Economic Times
सतत विकास और नवाचार
DS ग्रुप ने अपने वितरण नेटवर्क में 800 से अधिक इलेक्ट्रिक वाहनों को शामिल किया है, जिससे पर्यावरण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दर्शाया है। कंपनी का ध्यान नवाचार, उत्पाद विविधता और उपभोक्ता अनुभव को बेहतर बनाने पर केंद्रित है।
DS ग्रुप की यह उपलब्धि न केवल उसकी व्यावसायिक सफलता को दर्शाती है, बल्कि भारतीय एफएमसीजी उद्योग में उसकी मजबूत स्थिति और भविष्य की संभावनाओं को भी उजागर करती है। कंपनी की रणनीतिक योजनाएँ और नवाचार उसे आगामी वर्षों में और ऊँचाइयों तक पहुँचाने में सहायक होंगी।