मुंबई को 34 वर्षों के लंबे अंतराल के बाद एक नया रेलवे टर्मिनस मिलने जा रहा है, जो शहर की परिवहन व्यवस्था में क्रांतिकारी बदलाव लाने का संकेत है। यह टर्मिनस मुंबई-अहमदाबाद हाई-स्पीड रेल कॉरिडोर का हिस्सा है और इसे बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स (BKC) में विकसित किया जा रहा है। यह स्टेशन न केवल मुंबई का पहला अंडरग्राउंड बुलेट ट्रेन स्टेशन होगा, बल्कि यह भारत में हाई-स्पीड रेल परियोजनाओं के लिए एक नया मानक स्थापित करेगा।
बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स हाई-स्पीड रेलवे स्टेशन: एक परिचय
- स्थान: बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स, मुंबई
- प्रकार: मुंबई-अहमदाबाद हाई-स्पीड रेल कॉरिडोर का टर्मिनस
- संरचना: भूमिगत (अंडरग्राउंड)
- प्लेटफॉर्म की संख्या: 6
- निर्माण प्रारंभ: मार्च 2023
- निर्माण पूर्णता की अपेक्षित तिथि: मार्च 2028
- स्वामित्व: नेशनल हाई-स्पीड रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (NHSRCL)TV9 Bharatvarsh+3Wikipedia+3Wikipedia+3Wikipedia
विशेषताएं जो इसे बनाती हैं अद्वितीय
- तीन स्तरों वाली संरचना: स्टेशन में प्लेटफॉर्म, कंकोर्स और सेवा फ्लोर शामिल होंगे, जो यात्रियों को सुविधाजनक अनुभव प्रदान करेंगे।
- आधुनिक सुविधाएं: बिजनेस क्लास लाउंज, नर्सरी, विश्राम कक्ष, स्मोकिंग रूम, सूचना बूथ, खुदरा केंद्र और सार्वजनिक सूचना प्रणाली जैसी सुविधाएं उपलब्ध होंगी।
- प्राकृतिक प्रकाश व्यवस्था: ऊर्जा की बचत के लिए छत और छतों पर स्काईलाइट की व्यवस्था की जाएगी।
- परिवहन का एकीकृत केंद्र: स्टेशन को मेट्रो, बस, टैक्सी और ऑटो जैसे विभिन्न परिवहन माध्यमों से जोड़ा जाएगा, जिससे यात्रियों को सहज यात्रा का अनुभव मिलेगा।
मुंबई के लिए इसका महत्व
यह नया टर्मिनस न केवल मुंबई की परिवहन क्षमता को बढ़ाएगा, बल्कि शहर के आर्थिक और सामाजिक विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स में स्थित यह स्टेशन मुंबई के व्यावसायिक केंद्रों से निकटता के कारण यात्रियों के लिए अत्यंत सुविधाजनक होगा।
निर्माण की प्रगति
मार्च 2023 में निर्माण कार्य शुरू हुआ, और इसे 54 महीनों में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। निर्माण के दौरान पर्यावरणीय संरक्षण का विशेष ध्यान रखा जा रहा है, जिसमें मिट्टी के कटाव को रोकने के लिए उन्नत तकनीकों का उपयोग किया जा रहा है।Wikipedia+1Wikipedia+1
मुंबई में 34 वर्षों के बाद यह नया रेलवे टर्मिनस न केवल शहर की परिवहन प्रणाली को सुदृढ़ करेगा, बल्कि यह भारत में हाई-स्पीड रेल परियोजनाओं के लिए एक प्रेरणा स्रोत बनेगा। यह स्टेशन यात्रियों को आधुनिक सुविधाएं प्रदान करेगा और मुंबई को एक वैश्विक परिवहन हब के रूप में स्थापित करने में मदद करेगा।
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