22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया है। भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़े कदम उठाते हुए पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रद्द कर दिए हैं और उन्हें देश छोड़ने का आदेश दिया है। इस निर्णय से कई पाकिस्तानी नागरिक, जो वर्षों से भारत में रह रहे हैं, प्रभावित हुए हैं।
एक ऐसी ही महिला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भावुक अपील की है कि उन्हें भारत से अलग न किया जाए। उनका कहना है कि उन्होंने भारत में अपना घर बसाया है और अब उन्हें पाकिस्तान भेजना उनके लिए अत्यंत पीड़ादायक होगा।
इस महिला की स्थिति उन कई पाकिस्तानी नागरिकों की तरह है जो भारत में शादी करके यहां की नागरिकता प्राप्त करने की प्रक्रिया में हैं या लंबे समय से यहां रह रहे हैं। सरकार के इस निर्णय से उनकी जिंदगी में अनिश्चितता और भय का माहौल है।
भारत सरकार ने स्पष्ट किया है कि यह निर्णय राष्ट्रीय सुरक्षा के मद्देनजर लिया गया है। हालांकि, इस निर्णय से प्रभावित लोगों की भावनाओं और उनकी परिस्थितियों को भी समझना आवश्यक है।
इस मामले में सरकार को एक संतुलित दृष्टिकोण अपनाना चाहिए, जिससे राष्ट्रीय सुरक्षा सुनिश्चित हो सके और निर्दोष लोगों को अनावश्यक पीड़ा न झेलनी पड़े।