उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में स्थित पवित्र केदारनाथ धाम के कपाट 2 मई 2025 को सुबह 7 बजे विधिवत रूप से श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए, जिससे चारधाम यात्रा 2025 का औपचारिक शुभारंभ हुआ। इस अवसर पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी स्वयं उपस्थित रहे और पूजा-अर्चना में भाग लिया।

शुभारंभ समारोह की झलकियाँ
- पंचमुखी डोली का आगमन: 1 मई को भगवान केदारनाथ की पंचमुखी डोली गौरीकुंड से मंदिर परिसर में पहुँची, जहाँ “जय बाबा केदार” के जयकारों से वातावरण गूंज उठा।
- मुख्यमंत्री की उपस्थिति: मुख्यमंत्री धामी ने पूजा-अर्चना में भाग लिया और श्रद्धालुओं का स्वागत किया।
- सुरक्षा और सुविधाएँ: श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए व्यापक प्रबंध किए गए हैं, जिसमें सुरक्षा बलों की तैनाती और हेलीकॉप्टर सेवाओं की व्यवस्था शामिल है।
चारधाम यात्रा 2025 की शुरुआत
केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के साथ ही चारधाम यात्रा 2025 का शुभारंभ हो गया है। इससे पहले, 30 अप्रैल को यमुनोत्री और गंगोत्री धाम के कपाट खुले थे, और बद्रीनाथ धाम के कपाट 4 मई को खुलेंगे।
श्रद्धालुओं के लिए सुझाव
- पंजीकरण: यात्रा पर निकलने से पहले ऑनलाइन या ऑफलाइन पंजीकरण अवश्य करें।
- स्वास्थ्य जांच: उच्च हिमालयी क्षेत्र में यात्रा करने से पहले स्वास्थ्य जांच कराना आवश्यक है।
- मौसम की जानकारी: यात्रा से पहले मौसम की जानकारी अवश्य लें, क्योंकि खराब मौसम में हेलीकॉप्टर सेवाएँ प्रभावित हो सकती हैं।
केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के साथ ही चारधाम यात्रा 2025 की शुरुआत हो गई है, जो श्रद्धालुओं के लिए आध्यात्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है। सरकार द्वारा की गई व्यवस्थाएँ और सुरक्षा प्रबंध इस यात्रा को सफल और सुरक्षित बनाने में सहायक होंगे।