ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान घबराया हुआ है। अपने एक टीवी इंटरव्यू में पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा कि अगर भारत हमला रोक दे, तो हम भी कुछ नहीं करेंगे। यह बयान पाकिस्तान की कमजोरी और दबाव को साफ दिखा रहा है।
भारतीय सेना द्वारा चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर ने पाकिस्तान को पूरी तरह हिला कर रख दिया है। इस ऑपरेशन में भारत ने आतंकियों के कई ठिकानों को निशाना बनाया और उनके नेटवर्क को भारी नुकसान पहुंचाया। पाकिस्तान इस हमले से इतना डरा हुआ है कि अब उसके मंत्री सार्वजनिक मंचों पर सफाई देते फिर रहे हैं।
हाल ही में पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा, “अगर भारत हमला रोक दे, तो हम भी कुछ नहीं करेंगे।” इस बयान से साफ झलकता है कि पाकिस्तान सीधे टकराव से बचना चाहता है और उसे भारत की सैन्य ताकत का डर सताने लगा है।
ख्वाजा आसिफ ने यह भी कहा कि पाकिस्तान शांति चाहता है, लेकिन अपनी सुरक्षा से समझौता नहीं करेगा। हालांकि, दुनिया जानती है कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत हमेशा स्पष्ट और निर्णायक रहा है, जबकि पाकिस्तान अक्सर दोहरी नीति अपनाता रहा है।
भारत के मजबूत ऑपरेशन और स्पष्ट नीति के आगे पाकिस्तान की यह ‘शांति की बात’ असल में मजबूरी से निकला हुआ बयान लगता है, न कि किसी मजबूत देश की नीति। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी भारत को आतंकवाद के खिलाफ उसकी सख्त कार्रवाई के लिए समर्थन मिल रहा है, जबकि पाकिस्तान अलग-थलग पड़ता जा रहा है।
विशेषज्ञ मानते हैं कि भारत को अपनी नीति पर अडिग रहना चाहिए और आतंकवाद पर किसी भी तरह की ढील नहीं देनी चाहिए। पाकिस्तान की यह सफाई सिर्फ दुनिया को दिखाने के लिए है, असली कार्रवाई में भारत को ही आगे रहना होगा।