देशभर में कोरोना संक्रमण एक बार फिर चिंता का कारण बनता जा रहा है, और इस बीच केरल ऐसे राज्य के रूप में उभरा है जहां सबसे अधिक सक्रिय कोविड-19 के मामले दर्ज किए गए हैं।
सबसे ज़्यादा एक्टिव केस केरल में
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, भारत में कुल सक्रिय मामलों में से सबसे अधिक संख्या केरल में है। इस राज्य में कोविड के नए मामलों में बढ़ोतरी के साथ ही अस्पतालों और स्वास्थ्य व्यवस्थाओं पर दबाव बढ़ गया है।
अस्पतालों को किया गया अलर्ट
राज्य सरकार ने सभी जिला अस्पतालों को सतर्क कर दिया है। डॉक्टरों, नर्सों और पैरामेडिकल स्टाफ को मास्क और सैनिटाइज़र का सख्ती से पालन करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही टेस्टिंग और निगरानी को फिर से तेज कर दिया गया है।
किस प्रकार बढ़ रहे हैं मामले?
पिछले एक हफ्ते में राज्य में कोविड के मामले लगातार बढ़ रहे हैं, और नए वैरिएंट JN.1 के चलते संक्रमण की रफ्तार भी अधिक तेज़ मानी जा रही है। स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि बुजुर्गों और पहले से बीमार लोगों को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए।
क्या है सरकार की तैयारी?
- कोविड बेड की संख्या बढ़ाई जा रही है
- प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को ऑक्सीजन सिलेंडर और आवश्यक दवाइयों से लैस किया जा रहा है
- लोगों को मास्क पहनने, हाथ धोने और भीड़ से बचने की सलाह दी जा रही है
क्या आपको भी लक्षण दिखें?
यदि आपको बुखार, खांसी, गले में खराश, सांस लेने में तकलीफ जैसे लक्षण दिखते हैं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और कोविड टेस्ट कराएं।
केरल में कोविड के बढ़ते मामलों ने एक बार फिर से सतर्कता की ज़रूरत जता दी है। आम जनता को चाहिए कि वह बिना घबराए, सावधानी बरते और सरकार की गाइडलाइंस का पालन करे।