पूर्वोत्तर भारत के कई राज्यों में भीषण बाढ़ ने भारी तबाही मचाई है। ताज़ा रिपोर्ट्स के अनुसार अब तक 44 लोगों की जान जा चुकी है और हजारों लोग प्रभावित हुए हैं। असम, मणिपुर, मिजोरम, मेघालय और अरुणाचल प्रदेश में बाढ़ की स्थिति सबसे गंभीर बनी हुई है।
सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य
असम
- असम के 30 से ज़्यादा जिलों में बाढ़ का प्रकोप
- 25 लोगों की मौत, 20 लाख से अधिक लोग प्रभावित
- ब्रह्मपुत्र और उसकी सहायक नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर
- काजीरंगा नेशनल पार्क का बड़ा हिस्सा जलमग्न
मणिपुर और मिजोरम
- मणिपुर में भूस्खलन और बाढ़ से 12 लोगों की जान गई
- मिजोरम में कई इलाके संपर्क से कटे, सड़कों और पुलों को नुकसान
- स्कूल और सरकारी कार्यालय बंद
मेघालय और अरुणाचल प्रदेश
- भारी बारिश के कारण भूस्खलन की घटनाएं बढ़ीं
- गांवों में राहत सामग्री पहुंचाने में दिक्कत
राहत और बचाव कार्य
- एनडीआरएफ (NDRF) और राज्य आपदा प्रबंधन बलों द्वारा राहत एवं बचाव कार्य जारी
- हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया
- अस्थायी शिविरों में भोजन, पानी और स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं
स्कूल और यातायात पर असर
- कई जिलों में स्कूल बंद, परीक्षाएं स्थगित
- ट्रेन और सड़क यातायात पर प्रभाव, कई रूट बंद
सरकार की प्रतिक्रिया
राज्य और केंद्र सरकार की ओर से राहत पैकेज का ऐलान किया गया है। पीएम नरेंद्र मोदी ने हालात की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को सतर्क रहने और हर संभव मदद सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है।
पूर्वोत्तर भारत इस समय एक गंभीर आपदा से जूझ रहा है। सरकार और आम नागरिकों को मिलकर राहत और पुनर्वास के प्रयासों को तेज करना होगा ताकि जान-माल का अधिक नुकसान न हो।