12 जून 2025 को अहमदाबाद हवाईअड्डे से लंदन के लिए उड़ान AI‑171 (Boeing 787‑8 Dreamliner) टेक‑ऑफ के तुरंत बाद क्रैश हो गई, जिसमें लगभग 265 लोगों की मौत हो गई और दर्जनों गंभीर रूप से घायल हुए। यह दुर्घटना पिछले एक दशक में भारत की सबसे भयंकर विमान दुर्घटनाओं में से एक मानी जा रही है। अगले दिन, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुर्घटना स्थल का दौरा कर बचाव तथा राहत कार्यों का जायज़ा लिया।
दुर्घटना की संक्षिप्त जानकारी
- क्रैश टेक‑ऑफ के केवल 30–50 सेकंड बाद हुआ और विमान बी.जे. मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल में जा टकराया, जिसमें कई मेडिकल छात्र भी घायल या शहीद हुए ।
- विमान में 242 लोग सवार थे: 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश, 7 पुर्तगाली व 1 कनाडाई नागरिक।
पीएम मोदी का दौरा और बयान
- शुक्रवार सुबह प्रधानमंत्री मोदी पहुंचे और लगभग 20 मिनट तक क्रैश स्थल का निरीक्षण किया। उन्होंने प्रभावितों से मुलाक़ात की और राहत कार्यों का पुनरीक्षण किया ।
- इसके बाद उन्होंने अहमदाबाद सिविल हॉस्पिटल जाकर घायल यात्रियों और स्थानीय प्रभावितों से भेंट की और उनकी स्वास्थ्य-स्थिति के बारे में जानकारी ली ।
- पीएम मोदी ने कहा कि “घटना का मंजर हृदयविदारक है” और उन्होंने सभी परिवारों को सांत्वना दी तथा कहा कि राहत कार्य तेज गति से चल रहे हैं ।
जांच और राहत प्रयास
- दुर्घटना की जांच अग्रिम है, जिसमें DGCA, AAIB, NTSB, FAA, Boeing व GE Aerospace की टीमें शामिल हुईं । शुरुआती जांच में इंजन थ्रस्ट की कमी संभावित कारणों में शामिल है, हालांकि अन्य तकनीकी और मानव-कारणों की भी जांच चल रही है ।
- ब्लैक बॉक्सेस बरामद कर उन्हें विश्लेषण के लिए भेजा गया है और डीएनए जांच के माध्यम से मृतकों की पहचान की जा रही है theguardian.com।
प्रभाव और जल्लोष
- इस हादसे में 241 विमान में सवार लोगों के साथ कम से कम 28 आम नागरिक तथा कई छात्र भी मारे गए, कुलतः लगभग 269 की मृत्यु हुई ।
- यह बी.७८৭ ड्रिमलाइनर के बीड़े में पहली बार हुई घातक दुर्घटना है, जिससे विमान सुरक्षा पर वैश्विक चिंता बढ़ी है ।
निष्कर्ष
PM मोदी का पहुंचना और तत्काल राहत व पुनर्प्राप्ति कार्यों की निगरानी यह स्पष्ट करता है कि सरकार इस घटना की गंभीरता को समझती है और प्रभावितों को शीघ्र सहायता उपलब्ध कराना चाहती है। हालांकि जांच मौजूदा है, यह दुर्घटना विमान सुरक्षा प्रक्रियाओं, तकनीकी जांच, रनवे अवसंरचना और आकस्मिक रणनीतियों की समीक्षा की आवश्यकता पर प्रकाश डालती है।