केंद्र सरकार ने यूनिफाइड पेंशन स्कीम (UPS) के अंतर्गत आने वाले कर्मचारियों के लिए बड़ा फैसला लिया है। अब इन कर्मचारियों को भी सेवानिवृत्ति या सेवा के दौरान मृत्यु की स्थिति में ₹25 लाख तक की ग्रैच्युटी दी जाएगी। यह सुविधा पहले सिर्फ ओल्ड पेंशन स्कीम (OPS) वालों को मिलती थी।
क्या है UPS और यह कितना बदल गया है?
UPS को नए दौर की पेंशन योजना माना जा रहा है, जिसमें अब OPS के मुख्य लाभ भी शामिल कर दिए गए हैं। इसका उद्देश्य सरकारी कर्मचारियों को आर्थिक सुरक्षा प्रदान करना है, साथ ही मृत्यु, विकलांगता या समयपूर्व सेवा समाप्ति की स्थिति में उनके परिवारों को सहायता देना है।
मुख्य विशेषताएँ
- ₹25 लाख तक की ग्रैच्युटी लाभ की सुविधा
- न्यूनतम पेंशन ₹10,000 प्रतिमाह की गारंटी
- UPS के तहत मृत्यु या स्थायी विकलांगता पर पूर्ण वित्तीय सुरक्षा
- परिवार के सदस्य को मृत्यु के बाद पेंशन का हक
- सेवा काल के दौरान आकस्मिक हालात में भी पूर्ण लाभ
कर्मचारियों की प्रतिक्रिया
देशभर के केंद्रीय कर्मचारी संगठनों ने इस फैसले का स्वागत किया है। कर्मचारियों का कहना है कि इससे UPS को लेकर भरोसा और पारदर्शिता बढ़ी है। विशेष रूप से नई नियुक्तियों वाले युवा कर्मचारियों को इससे मानसिक और वित्तीय संतुलन मिलेगा।
सरकारी दृष्टिकोण और अगला कदम
सरकार की कोशिश है कि UPS को OPS के बराबरी पर लाकर टिकाऊ और संतुलित पेंशन सिस्टम तैयार किया जाए। साथ ही, NPS जैसे विकल्पों में पारदर्शिता और कर्मचारी की पसंद को प्राथमिकता दी जा रही है।
निष्कर्ष
यह फैसला UPS की दिशा में एक निर्णायक मोड़ साबित हो सकता है। ग्रैच्युटी की सीमा बढ़ाकर ₹25 लाख करने से न केवल कर्मचारियों को आत्मिक संतुष्टि मिलेगी, बल्कि इसे सामाजिक सुरक्षा की दिशा में बड़ा कदम भी माना जाएगा।