Reliance Infrastructure Ltd (R-Infra) ने अपनी पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी JR Toll Road Pvt Ltd (JRTR) द्वारा Yes Bank से लिया गया ₹273 करोड़ का कर्ज, ब्याज सहित, पूर्ण रूप से चुका दिया है। इस भुगतान के साथ JRTR का बैंक ऋण समाप्त हो गया है और R-Infra की ओर से दी गई कॉर्पोरेट गारंटी भी अब खत्म हो चुकी है।
कर्ज चुकाने का महत्व
कंपनी ने बताया कि इस कदम से न केवल उसकी वित्तीय देनदारियों में कमी आई है, बल्कि यह उसकी बैलेंस शीट को भी मजबूत करता है। इससे कंपनी को आगे की परियोजनाओं में निवेश करने और परिचालन विस्तार में अधिक स्वतंत्रता मिलेगी।
इससे पहले नवंबर 2024 में कंपनी ने ऋण समाधान के लिए एक समझौता किया था, लेकिन अप्रैल 2025 में आवश्यक शर्तों की पूर्ति न होने पर उसे समाप्त कर दिया गया था।
शेयर बाजार पर सकारात्मक असर
इस घोषणा के बाद R-Infra के शेयरों में लगभग 3% की तेजी देखी गई। यह उछाल दर्शाता है कि निवेशकों ने इस कर्ज भुगतान को एक सकारात्मक संकेत के रूप में लिया है, जो कंपनी की वित्तीय स्थिति में सुधार और भरोसे को दर्शाता है।
दीर्घकालिक असर और रणनीति
- ऋण भार में कमी: इस भुगतान से कंपनी की कुल ऋण देनदारियों में महत्वपूर्ण कटौती हुई है।
- कॉर्पोरेट गारंटी से मुक्ति: अब कंपनी किसी प्रकार की गिरवी जिम्मेदारी से मुक्त हो गई है, जो उसके वित्तीय स्वास्थ्य के लिए सकारात्मक है।
- विश्वसनीयता में सुधार: पिछले वर्षों में वित्तीय दबाव से जूझ रही R-Infra के लिए यह एक बड़ी राहत और साख बहाली का कदम माना जा रहा है।
आगे की दिशा
R-Infra अब उन रणनीतिक क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करेगी जहां वह भविष्य में विस्तार चाहती है, जैसे कि रक्षा विनिर्माण, सौर ऊर्जा और परिवहन अधोसंरचना। कंपनी की मुंबई मेट्रो वन और अन्य परियोजनाओं से जुड़ी मध्यस्थता राशि भी आने वाले समय में इसकी पूंजी स्थिति को और मज़बूत कर सकती है।
निष्कर्ष
Reliance Infrastructure द्वारा ₹273 करोड़ का कर्ज समय पर चुकाना न केवल एक वित्तीय अनुशासन का परिचायक है, बल्कि यह कंपनी के दीर्घकालिक पुनर्गठन और विश्वास पुनर्स्थापन की दिशा में उठाया गया एक ठोस कदम भी है। शेयर बाजार की सकारात्मक प्रतिक्रिया और कॉर्पोरेट गारंटी से मुक्ति इस बात का संकेत है कि कंपनी अपने वित्तीय लक्ष्यों को लेकर अब अधिक स्पष्ट और सक्षम दिखाई दे रही है।