लखनऊ, 30 जुलाई 2025:
उत्तर प्रदेश की राजनीति में उस समय हलचल मच गई जब मौलाना साजिद रशीदी, जो अपने विवादित बयानों के लिए जाने जाते हैं, को समाजवादी पार्टी (सपा) के कार्यकर्ताओं ने पीट दिया। यह घटना उस वक्त घटी जब मौलाना ने सपा सांसद डिंपल यादव के पहनावे को लेकर एक आपत्तिजनक और विवादास्पद टिप्पणी की थी।
🔴 क्या कहा था मौलाना साजिद रशीदी ने?
मौलाना ने डिंपल यादव के पारंपरिक पहनावे को लेकर अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हुए सार्वजनिक रूप से बयान दिया था, जिसे महिलाओं के सम्मान के खिलाफ और अत्यंत आपत्तिजनक माना गया। सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होते ही लोगों का गुस्सा भड़क उठा।
🔥 समाजवादी पार्टी की प्रतिक्रिया
सपा कार्यकर्ताओं ने इस बयान के विरोध में तुरंत प्रतिक्रिया दी। जब मौलाना किसी कार्यक्रम में शामिल होने आए, तो वहां मौजूद सपा समर्थकों ने उन्हें घेर लिया और नारेबाज़ी करते हुए मारपीट शुरू कर दी। सुरक्षाकर्मियों ने मौलाना को मौके से बचाया, लेकिन तब तक वो काफी चोटिल हो चुके थे।
सपा प्रवक्ताओं ने इस घटना की निंदा तो की लेकिन साथ ही मौलाना के बयान को “घोर आपत्तिजनक और भड़काऊ” बताया। सपा नेताओं ने साफ कहा कि किसी महिला के सम्मान से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, चाहे वो कोई भी हो।
📢 राजनैतिक बयानबाज़ी तेज
घटना के बाद राजनीतिक गलियारों में बयानबाज़ी तेज हो गई है। कुछ विपक्षी दलों ने इस घटना को ‘भीड़तंत्र’ करार देते हुए कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए, तो वहीं कई अन्य लोगों ने महिलाओं की गरिमा की रक्षा के नाम पर सपा कार्यकर्ताओं की भावनाओं को जायज़ ठहराया।
🧾 पुलिस की जांच शुरू
पुलिस ने इस पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है। CCTV फुटेज और वायरल वीडियो की मदद से मारपीट करने वालों की पहचान की जा रही है। मौलाना की तरफ से भी शिकायत दर्ज कराई गई है।
👉 निष्कर्ष:
यह घटना एक बार फिर बताती है कि सार्वजनिक मंच पर दिए गए बयान किस हद तक जन आक्रोश का कारण बन सकते हैं। मौलाना साजिद रशीदी के बयान ने ना केवल सपा कार्यकर्ताओं को भड़काया, बल्कि यह महिलाओं के सम्मान और राजनीतिक मर्यादा की सीमाओं पर भी बड़ा सवाल खड़ा करता है।