देश में कोविड-19 एक बार फिर चिंता का कारण बनता जा रहा है। साल 2025 में पहली बार एक्टिव केसों की संख्या 1000 के पार पहुंच गई है। दिल्ली समेत कई राज्यों में मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, जिससे स्वास्थ्य मंत्रालय और आमजन के बीच चिंता बढ़ गई है।
कोविड की वापसी? देश में एक्टिव केस फिर से बढ़े
कोरोना वायरस महामारी के शांत होने के बाद अब एक बार फिर इसके एक्टिव मामलों में तेजी देखी जा रही है। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, 2025 में पहली बार एक्टिव कोविड केस 1000 के पार हो गए हैं। यह पिछले वर्ष की तुलना में एक बड़ा बदलाव है, क्योंकि साल 2024 के अंत से ही कोविड के मामले बेहद कम हो गए थे।
दिल्ली में 100 से ज्यादा सक्रिय मरीज
देश की राजधानी दिल्ली में भी कोविड मामलों की संख्या बढ़ रही है। दिल्ली में फिलहाल 100 से अधिक सक्रिय केस हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि यह आंकड़ा छोटी संख्या लग सकती है, लेकिन यह आने वाले दिनों के लिए चेतावनी का संकेत हो सकता है।
क्या कहता है स्वास्थ्य मंत्रालय?
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि:
- देश में एक्टिव मामलों की संख्या 1023 तक पहुंच चुकी है।
- बीते 24 घंटों में करीब 125 नए मामले सामने आए हैं।
- अस्पताल में भर्ती मरीजों की संख्या अभी कम है, लेकिन बुखार, खांसी, और सांस लेने में तकलीफ की शिकायतें बढ़ रही हैं।
नई वैरिएंट की आशंका?
हाल ही में चर्चा में आए JN.1 वैरिएंट को लेकर भी सतर्कता बरती जा रही है। यह वैरिएंट अन्य देशों में फैल चुका है और भारत में भी इसके संभावित केस देखे गए हैं। हालांकि अभी तक इसकी पुष्टि नहीं हुई है कि यही वैरिएंट मामलों में बढ़ोतरी का कारण है।
बढ़ती सावधानी की जरूरत
विशेषज्ञों का कहना है कि भले ही मामला नियंत्रण में है, लेकिन भीड़भाड़ वाली जगहों पर मास्क पहनना, हाथों की स्वच्छता और सोशल डिस्टेंसिंग जैसी सावधानियों को फिर से अपनाने की जरूरत है।
वृद्ध और रोगग्रस्त लोगों को विशेष सतर्कता की सलाह
60 साल से ऊपर के लोगों और पहले से बीमार व्यक्तियों के लिए ये संक्रमण अधिक खतरनाक साबित हो सकता है। उन्हें भीड़ से दूर रहने और लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करने की सलाह दी गई है।
कोविड-19 को लेकर लापरवाही से फिर से खतरा बढ़ सकता है। देश में एक्टिव केसों का आंकड़ा 1000 पार करना यह दर्शाता है कि महामारी अभी पूरी तरह खत्म नहीं हुई है। सतर्कता ही सबसे बड़ा बचाव है।