12 जून 2025 की दोपहर को अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल इंटरनेशनल एयरपोर्ट से लंदन के लिए उड़ान भरने वाला एक एयर इंडिया Boeing 787 ड्रिमलाइनर क्रैश हो गया। यह हादसा टेक-ऑफ के तुरंत बाद हुआ और मेघानी नगर के पास विमान ने कैसा हादसा झेला, उसकी तस्वीरें-वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए।
घटना की प्रमुख जानकारी
- उड़ान संख्या: AI 171 (अब सम्भवतः Flight 2025)
- स्थान: अहमदाबाद एयरपोर्ट के पास, मेघानी नगर क्षेत्र
- समय: 12 जून 2025 की दोपहर में टेक-ऑफ के तुरंत बाद businessconnectindia.in+3news.abplive.com+3youtube.com+3en.wikipedia.org
- यात्रियों की संख्या: लगभग 230–242 लोग, जिसमें यात्री और क्रू शामिल थे en.wikipedia.org
आपदा स्थल पर दृश्य
- हादसे के बाद गहरे काले धुएँ की लपटें उठती दिखीं, जो आसपास के इलाकों में फैल गईं timesofindia.indiatimes.com।
- स्थानीय निवासियों ने विस्फोट जैसी आवाज़ सुनी, इसके बाद धुआँ और आग फैली दिखाई दी ।
प्रारंभिक बचाव और प्रतिक्रिया
- अहमदाबाद अग्निशमन सेवाओं ने भारी फायर ब्रिगेड और एम्बुलेंस मौके पर भेजी ।
- दुर्घटना स्थल के आसपास की सड़कें ट्रैफिक और लोगों के आवागमन के लिए तुरंत बंद कर दी गईं ।
मृत्यु और घायल की संख्या
- अभी तक आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है, लेकिन कुल पीड़ितों की संख्या में विभिन्न रिपोर्टों में अंतर आया है।
- कुछ रिपोर्टों में 133 यात्रियों की संख्या बताई जा रही है, जबकि लगभग 240–290 लोग विमान में सवार बताए गए हैंen.wikipedia.org+1businessconnectindia.in+1।
- घायलों की संख्या और बचाव कार्य अभी भी चल रहे हैं; अधिकारी स्थिति की पुष्टि जल्द करने की दिशा में लगे हैं।
जांच की दिशा और संभावित कारण
- DGCA ने तुरंत जांच शुरू कर दी है और एयर इंडिया तथा तकनीकी दलों को कारण पता लगाने के लिए लगाया गया है economictimes.indiatimes.com+3en.wikipedia.org+3youtube.com+3।
- शुरुआती जांच और साक्ष्यों से यह संकेत मिलते हैं कि विमान टेक-ऑफ के दौरान रन-आउट से टकरा सकता है या शायद रनवे की दीवार से टकरा कर क्रैश हुआ हो—शॉर्टकॉमिंग का आकलन अभी बाकी है।
अहम बिंदु और प्रतिक्रिया
- यह एयर इंडिया ड्रीमलाइनर का पहला क्रैश है, जिससे विमानन सुरक्षा पर आशंकाएँ बढ़ीं।
- लंदन-उड़ान航 का क्रैश अन्तर्राष्ट्रीय रूप से भी ध्यान आकर्षित कर रहा है।
- स्थानीय और केंद्रीय प्रशासन, गृह मंत्री से लेकर मुख्यमंत्री तक, घायलों की सहायता और डायरेक्ट राहत कार्यों में जुटे हुए हैं।
निष्कर्ष
यह क्रैश टेक्निकल त्रुटि हो या अन्य वजह, इसकी विस्तृत जांच ज़रूरी है। इस हादसे ने यात्रियों की सुरक्षा, टेक्निकल एवं रनवे सुरक्षा प्रक्रियाओं की सख्त समीक्षा की आवश्यकता को सामने रखा है।DRIVE आगे सुधारात्मक कदम उठाने का समय है—नियामक प्रक्रिया से लेकर आपात-कार्यवाहियों तक, हर पहलू में जवाबदेही और पारदर्शिता अनिवार्य है।