🔍 पृष्ठभूमि: AI 171 विमान दुर्घटना
12 जून 2025 को अहमदाबाद एयरपोर्ट से लंदन जाने वाला Air India Flight AI 171 टेकऑफ के 30 सेकंड के भीतर दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें 260 लोगों की मृत्यु हुई। प्रारंभिक जांच में सामने आया कि दोनों इंजन के ईंधन नियंत्रण स्विच ‘RUN’ से ‘CUTOFF’ स्थिति में चले गए, जिससे इंजन बंद हो गए।
🛠️ DGCA की चेतावनी और निरीक्षण आदेश
दुर्घटना के बाद नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने भारत की सभी एयरलाइनों को Boeing 787 और 737 विमानों के ईंधन नियंत्रण स्विच की लॉकिंग प्रणाली की जांच के निर्देश दिए। इसका मकसद टेक-ऑफ के दौरान आकस्मिक स्विच ऑफ जैसी घटनाओं को रोकना था।
✅ Air India की पूरी फ्लीट की जांच: नतीजा स्पष्ट
- Air India ने अपने सभी 33 Boeing 787-8 विमानों की सघन जांच की।
- इंजीनियरिंग टीम को किसी भी तरह की तकनीकी खराबी या असंगति नहीं मिली।
- थ्रॉटल कंट्रोल मॉड्यूल (TCM) सहित अन्य महत्वपूर्ण घटकों की भी समीक्षा की गई और अद्यतन किया गया।
🌐 वैश्विक परिदृश्य
दुनिया की अन्य प्रमुख एयरलाइंस जैसे Qantas, Lufthansa, Singapore Airlines, ANA, Etihad ने भी अपनी जांचें कीं और कोई गड़बड़ी नहीं पाई। FAA और Boeing ने भी स्पष्ट किया कि ईंधन स्विच में कोई डिज़ाइन दोष नहीं है।
👁️ दुर्घटना में क्या हुआ?
AAIB की रिपोर्ट के अनुसार टेकऑफ़ के तुरंत बाद फ्यूल स्विच बंद हो गए जिससे इंजन बंद हुए। आमतौर पर इन स्विचों को बंद करने के लिए “पुल – मूव” प्रक्रिया होती है, जिससे गलती से ऐसा नहीं हो सकता। यह प्रश्न बना हुआ है कि स्विच बंद कैसे हुए — मानव त्रुटि, मानसिक स्थिति या किसी अन्य कारण से?
🚨 अब सामने हैं ये सवाल
- क्या स्विच की डिज़ाइन में कोई कमी थी?
- क्या यह पूरी तरह मानव त्रुटि थी या कोई अन्य हस्तक्षेप?
- क्या पायलट की मानसिक स्थिति या व्यवहार में कोई परिवर्तन आया था?
🧭 निष्कर्ष
- Air India ने समय रहते सभी विमानों की जांच की और सुरक्षा की पुष्टि की, जो एक भरोसेमंद कदम है।
- फिर भी दुर्घटना के असल कारणों को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है।
- जांच पारदर्शी होनी चाहिए ताकि उड़ान सुरक्षा पर जनता का भरोसा बहाल हो सके।