Boeing 787 इंजन फेल, US में उड़ान के दौरान पायलट ने घोषित किया ‘Mayday’, यात्रियों में मची अफरा-तफरी

स्थान: अमेरिका
दिनांक: हाल ही की घटना

अमेरिका में एक Boeing 787 Dreamliner विमान के साथ एक बेहद गंभीर तकनीकी समस्या सामने आई, जब उड़ान के दौरान उसके इंजन में खराबी आ गई। पायलट को तत्काल ‘Mayday’ घोषित करना पड़ा, जिससे पूरे विमान में हड़कंप मच गया। यह घटना न केवल यात्रियों के लिए डरावनी रही बल्कि विमानन सुरक्षा मानकों को लेकर भी कई सवाल खड़े कर रही है।


🛫 क्या हुआ फ्लाइट में?

  • फ्लाइट ने नियत समय पर टेकऑफ किया था, लेकिन कुछ देर बाद ही पायलट को इंजन से संबंधित तकनीकी खराबी का संकेत मिला।
  • सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करते हुए पायलट ने कंट्रोल टावर से ‘Mayday’ कॉल किया, जो आपात स्थिति की सबसे गंभीर चेतावनी होती है।
  • इसके बाद विमान को तत्काल नजदीकी हवाई अड्डे पर उतारा गया
  • विमान में सवार सभी यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाला गया और किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।

⚙️ टेक्निकल रिपोर्ट:

  • शुरुआती जांच में पाया गया कि दाहिने इंजन में अचानक पावर लॉस हो गया था।
  • इंजन निर्माता और बोइंग की टीम इस पर जांच शुरू कर चुकी है।
  • यह मॉडल Boeing 787 Dreamliner अपने बेहतर फ्यूल एफिशिएंसी और लॉन्ग डिस्टेंस उड़ानों के लिए जाना जाता है।

👩‍✈️ यात्री बोले – “हमने सोचा कि शायद अब नहीं बचेंगे”

कुछ यात्रियों ने मीडिया को बताया कि जैसे ही विमान ने हिचकोले खाने शुरू किए, उनके मन में डर बैठ गया। क्रू मेंबर्स की सतर्कता और पायलट की सूझबूझ से एक बड़ा हादसा टल गया


🛡️ सुरक्षा को लेकर फिर उठे सवाल

यह घटना ऐसे समय में हुई है जब हाल के वर्षों में Boeing विमानों पर कई बार सुरक्षा संबंधित सवाल उठ चुके हैं। इससे पहले भी Boeing 737 Max से जुड़ी घटनाओं ने विमानन जगत को हिलाकर रख दिया था।


✈️ आगे क्या?

  • FAA (Federal Aviation Administration) ने इस घटना की जांच शुरू कर दी है
  • Boeing ने एक बयान जारी कर कहा है कि यात्रियों की सुरक्षा उनकी प्राथमिकता है, और वे जांच एजेंसियों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं।
  • विमान की तकनीकी मरम्मत और इंजन एनालिसिस के बाद आगे की उड़ानों पर फैसला लिया जाएगा।

निष्कर्ष

यह घटना एक बार फिर यह याद दिलाती है कि तकनीकी विश्वसनीयता के साथ-साथ सुरक्षा प्रोटोकॉल और पायलट की तैयारियों की क्या अहमियत होती है। यात्रियों की जान बचाने में इन सबकी बड़ी भूमिका होती है।