पाकिस्तान की संघीय कैबिनेट ने मंगलवार को सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर को फील्ड मार्शल के पद पर पदोन्नत करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। यह निर्णय प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा जारी एक आधिकारिक बयान में घोषित किया गया, जो हाल ही में भारत के साथ हुए गंभीर सैन्य संघर्ष के कुछ दिनों बाद आया है ।
फील्ड मार्शल: पाकिस्तान की सेना में सर्वोच्च पद
फील्ड मार्शल का पद पाकिस्तान की सेना में सर्वोच्च रैंक है, जो पांच सितारा जनरल के समकक्ष होता है। यह पद केवल विशेष परिस्थितियों में और असाधारण सैन्य नेतृत्व के लिए प्रदान किया जाता है। इससे पहले, पाकिस्तान में यह पद केवल एक बार प्रदान किया गया था, जब जनरल अयूब खान को 1959 में फील्ड मार्शल बनाया गया था ।
भारत के साथ हालिया सैन्य संघर्ष की पृष्ठभूमि
यह पदोन्नति ऐसे समय में हुई है जब पाकिस्तान और भारत के बीच हाल ही में लगभग तीन दशकों में सबसे गंभीर सैन्य संघर्ष हुआ है। इस संघर्ष में दोनों देशों की सेनाओं के बीच तीव्र झड़पें हुईं, जिससे क्षेत्रीय सुरक्षा पर गहरा प्रभाव पड़ा है ।
जनरल मुनीर की प्रतिक्रिया
पदोन्नति के बाद, फील्ड मार्शल असीम मुनीर ने कहा, “यह पदोन्नति केवल मेरी नहीं, बल्कि पूरे पाकिस्तान की सशस्त्र सेनाओं और उन सभी शहीदों और दिग्गजों की है जिन्होंने देश की रक्षा के लिए बलिदान दिया है।” उन्होंने इस सम्मान को राष्ट्र और सेना के प्रति समर्पित किया ।
जनरल असीम मुनीर का सैन्य करियर
जनरल असीम मुनीर ने 1986 में पाकिस्तान सेना में कमीशन प्राप्त किया था। उन्होंने विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है, जिनमें सैन्य खुफिया (MI) और इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) के प्रमुख पद शामिल हैं। नवंबर 2022 में, उन्हें सेना प्रमुख नियुक्त किया गया था ।
राजनीतिक और रणनीतिक प्रभाव
इस पदोन्नति को पाकिस्तान सरकार द्वारा जनरल मुनीर के नेतृत्व में हालिया सैन्य संघर्ष में उनकी भूमिका की मान्यता के रूप में देखा जा रहा है। हालांकि, कुछ विश्लेषकों का मानना है कि यह कदम आंतरिक राजनीतिक मजबूती और सेना के मनोबल को बढ़ाने के उद्देश्य से भी उठाया गया है।