जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को हुए आतंकी हमले के बाद, असम में सोशल मीडिया पर पाकिस्तान के समर्थन में की गई टिप्पणियों को लेकर पुलिस ने अब तक 22 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें विपक्षी पार्टी एआईयूडीएफ के विधायक अमीनुल इस्लाम भी शामिल हैं।
मुख्यमंत्री का सख्त रुख
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने स्पष्ट किया है कि जो भी व्यक्ति प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से पाकिस्तान का समर्थन करेगा, उसके खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (NSA) के तहत कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा, “जो भी पाकिस्तान का समर्थन करेगा, उसके लिए जेल ही नई मंजिल होगी।”
गिरफ्तारियों का विवरण
गिरफ्तार किए गए 22 लोगों में से 17 असम से हैं, जबकि बाकी त्रिपुरा और मेघालय से हैं। इनमें गोलाघाट की दधीचि डिंपल उर्फ डिंपल बड़ुआ, तामुलपुर के ताहिब अली और उदलगुरी के बिमल महतो शामिल हैं।
विपक्षी विधायक की गिरफ्तारी
एआईयूडीएफ के विधायक अमीनुल इस्लाम को भी सोशल मीडिया पर पाकिस्तान के पक्ष में बयान देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। उन्हें चार दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा गया है।
सोशल मीडिया पर निगरानी
पुलिस ने सोशल मीडिया पर पाकिस्तान समर्थक या भारत विरोधी सामग्री पोस्ट करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है। कछार जिले में दो लोगों को इसी आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
असम सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि देश विरोधी गतिविधियों को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। मुख्यमंत्री सरमा का सख्त रुख इस बात का संकेत है कि राष्ट्रीय सुरक्षा से खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।