उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज़मगढ़ में गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के उद्घाटन के मौके पर समाजवादी पार्टी (SP) पर तीखा हमला बोला। उन्होंने विपक्ष की राजनीति को “परिवारवाद” और “विकास विरोधी” करार देते हुए खुद की सरकार की उपलब्धियों को जनता के सामने रखा।
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे: पूर्वांचल की नई पहचान
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि आज़मगढ़ की जनता ने SP को सांसद और मुख्यमंत्री तक बनाया, लेकिन बदले में उन्हें न तो कोई विश्वविद्यालय मिला और न ही कोई बड़ा इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट। अब भाजपा सरकार ने यहाँ विश्वविद्यालय भी बनवाया और एक्सप्रेसवे भी।
- लंबाई: 91.35 किलोमीटर
- लागत: ₹5,876 करोड़
- समय की बचत: यात्रा समय आधे से भी कम हुआ
- जुड़ाव: पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से सीधा संपर्क
SP पर गंभीर आरोप
मुख्यमंत्री ने कहा कि समाजवादी पार्टी के शासन में यूपी अराजकता, भ्रष्टाचार और अंडरवर्ल्ड के शिकंजे में था। उन्होंने D-कंपनी जैसे संगठनों से SP की कथित नज़दीकियों पर भी सवाल उठाए।
“पहले आज़मगढ़ की पहचान बाहुबलियों से होती थी, अब यह विश्वविद्यालय और एक्सप्रेसवे से होती है।”
विकास की नई लहर
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश अब “एक्सप्रेसवे प्रदेश” बन चुका है:
- पूर्वांचल, बुंदेलखंड, गंगा, आगरा-लखनऊ और दिल्ली-मेरठ जैसे एक्सप्रेसवे बन चुके हैं।
- 6 नए एक्सप्रेसवे निर्माणाधीन हैं।
- एक्सप्रेसवे किनारे औद्योगिक क्लस्टर और रोजगार के अवसर तैयार हो रहे हैं।
युवाओं को मिल रहा अवसर
पूर्व की सरकारों में भर्ती घोटाले होते थे, अब योग्यता के आधार पर नौकरियाँ दी जा रही हैं। मुख्यमंत्री ने बताया कि उनकी सरकार ने 60,000 पुलिस भर्तियाँ पारदर्शिता से पूरी कीं।
चुनावी संदेश साफ
योगी आदित्यनाथ ने अपने भाषण में दो बातें स्पष्ट कर दीं:
- विकास की असल तस्वीर बीजेपी शासन में दिख रही है।
- समाजवादी पार्टी सिर्फ “जिजा-जमाई आयोग” चला रही है — जहाँ सत्ता रिश्तेदारों में बांटी जाती है, न कि जनता की सेवा के लिए।
इस दौरे से भाजपा ने पूर्वांचल में अपना चुनावी संदेश और भी मजबूती से स्थापित किया है — “जातिवाद और परिवारवाद नहीं, अब चलेगा विकासवाद।”