अलीगढ़ में अवैध हथियार फैक्टरी पकड़ी गई: STF और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में बड़ा खुलासा

🕵️ घटना की रूपरेखा

8 जुलाई 2025 को अलीगढ़ के क्वार्सी थाना क्षेत्र, नगला पटवारी स्थित मौलाना आजाद नगर गली नम्बर 4 में पुलिस और UP STF बरेली यूनिट ने एक अवैध हथियार निर्माण फैक्टरी का भंडाफोड़ किया। यह छापेमारी गुप्त सूचना के आधार पर की गई थी, जिससे आरोपियों को भागने का मौका नहीं मिला।


👮‍♂️ गिरफ्तारियां और बरामद सामग्री

इस संयुक्त ऑपरेशन में तीन आरोपियों — बबलू, अरशद और मनोज सिंह — को गिरफ्तार किया गया। पुलिस को इन आरोपियों के पास से बड़ी मात्रा में हथियार और हथियार बनाने के उपकरण बरामद हुए, जिनमें शामिल हैं:

  • 32 तैयार देशी पिस्तौल (315 बोर)
  • 6 अधबने तमंचे
  • 34 बैरल, 2 खोखा कारतूस
  • 3 मोबाइल फोन, 190 रुपये नकद
  • वेल्डिंग मशीन, ड्रील, ट्रिगर गार्ड, हथौड़ा, लोहे की पाइप व अन्य निर्माण सामग्री

⚙️ उत्पादन क्षमता और आपूर्ति नेटवर्क

आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि यह फैक्टरी प्रतिदिन 25–30 देशी तमंचे बनाने में सक्षम थी। ये हथियार दिल्ली, एनसीआर, हरियाणा सहित अन्य राज्यों में सप्लाई किए जाते थे। गिरोह में एजेंट सलीम और मनोज जैसे लोग शामिल थे जो खरीदारों तक ये हथियार पहुँचाते थे।


🧾 आपराधिक इतिहास और आगे की जांच

गिरफ्तार आरोपियों का पुराना आपराधिक रिकॉर्ड भी सामने आया है। अरशद पर अतरौली और क्वार्सी में चार मुकदमे दर्ज थे, वहीं मनोज पर संभल, एटा और आगरा में केस दर्ज थे। STF और पुलिस अब इस नेटवर्क के अन्य सदस्यों की तलाश में जुटी है और संभावना है कि जल्द ही इस गिरोह के एजेंटों को भी गिरफ्तार किया जाएगा।


⚖️ कानूनी प्रक्रिया

थाना क्वार्सी में आरोपियों के खिलाफ Arms Act सहित गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। पूछताछ के लिए STF और स्थानीय पुलिस की संयुक्त टीमें आरोपियों को रिमांड पर लेने की तैयारी में हैं।


🚨 निष्कर्ष

यह कार्रवाई न केवल यूपी पुलिस और STF के लिए एक बड़ी सफलता है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि अलीगढ़ जैसे शहरों में अवैध हथियारों का कारोबार कितनी गहराई तक फैला हुआ है। यह घटना राज्य की सुरक्षा व्यवस्था के लिए एक चेतावनी है कि भविष्य में ऐसी फैक्टरियों को पकड़ने के लिए लगातार सतर्कता बनाए रखनी होगी।