नई दिल्ली — भारत ने एक बार फिर वैश्विक मंच पर आतंक के खिलाफ कड़ा रुख अपनाते हुए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में एक महत्वपूर्ण जीत हासिल की है। पाकिस्तान आधारित आतंकवादी संगठन The Resistance Front (TRF) को अब आधिकारिक रूप से वैश्विक आतंकी संगठन घोषित कर दिया गया है। सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि इस बार चीन ने भी पाकिस्तान का साथ नहीं दिया, जो आमतौर पर ऐसे मामलों में वीटो का प्रयोग करता आया है।
🔍 क्या है TRF?
The Resistance Front (TRF), दरअसल पाकिस्तान समर्थित आतंकवादी संगठन Lashkar-e-Taiba (LeT) की एक छद्म शाखा मानी जाती है। जम्मू-कश्मीर में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए इस संगठन का इस्तेमाल किया गया। पिछले कुछ वर्षों में TRF कई आतंकी हमलों और साजिशों में शामिल रहा है।
🇮🇳 भारत की रणनीतिक जीत
भारत लंबे समय से इस संगठन को आतंकवादी घोषित करने की मांग कर रहा था। पाकिस्तान और चीन के लगातार विरोध के कारण यह प्रस्ताव आगे नहीं बढ़ पा रहा था। लेकिन इस बार भारत ने आतंकवाद से जुड़े पुख्ता सबूत, हमलों के रिकॉर्ड, और TRF की पाकिस्तान से मिलीभगत की जानकारी UNSC में प्रस्तुत की।
🇨🇳 चीन का रुख बदला
अब तक कई आतंकियों को वैश्विक आतंकी घोषित करने की प्रक्रिया में चीन वीटो लगाता रहा है। लेकिन TRF के मामले में उसने पहली बार पाकिस्तान का खुला समर्थन नहीं किया। विश्लेषकों के अनुसार, भारत के साथ बढ़ते व्यापारिक रिश्तों, वैश्विक दबाव, और FATF की सख्ती के कारण चीन ने इस बार चुप्पी साध ली।
🌐 अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
- संयुक्त राष्ट्र: TRF को आतंकी घोषित करने के फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि इससे आतंक के खिलाफ वैश्विक लड़ाई को मजबूती मिलेगी।
- अमेरिका और यूरोपीय देश: भारत की कोशिशों की सराहना की और कहा कि यह कदम दक्षिण एशिया में शांति की दिशा में एक मील का पत्थर है।
- पाकिस्तान: हमेशा की तरह TRF से दूरी बनाते हुए इस फैसले को “राजनीतिक” बताया।
📣 भारत का बयान
भारत ने संयुक्त राष्ट्र में अपने बयान में कहा:
“TRF, लश्कर-ए-तैयबा का ही दूसरा चेहरा है। इसका मकसद कश्मीर घाटी में युवाओं को भटकाना और हिंसा फैलाना है।”
🧠 विशेषज्ञ क्या कहते हैं?
- रणनीतिक विश्लेषक ब्रह्मा चेलानी: “भारत की यह जीत केवल कूटनीतिक नहीं, बल्कि सुरक्षा के लिहाज से भी बड़ी उपलब्धि है।”
- पूर्व राजनयिक: “यह संकेत है कि अब वैश्विक ताकतें पाकिस्तान की आतंकवाद नीति से तंग आ चुकी हैं।”
📌 निष्कर्ष:
TRF को आतंकवादी घोषित किया जाना न केवल भारत के लिए कूटनीतिक सफलता है, बल्कि यह उन हजारों निर्दोष नागरिकों के लिए भी न्याय है जो आतंकवाद का शिकार हुए हैं। यह कदम आने वाले समय में आतंकवाद के खिलाफ भारत की नीति को और मज़बूती देगा।