🌍 निर्यात की वर्तमान स्थिति
वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने हाल ही में यह संकेत दिया कि भारत इस वित्त वर्ष में निर्यात के क्षेत्र में नया रिकॉर्ड बना सकता है। 2024–25 में भारत का कुल निर्यात (वस्तुएं और सेवाएं मिलाकर) $825 बिलियन तक पहुंच चुका है, जो कि पिछले वर्षों की तुलना में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।
भारत ने हाल के वर्षों में वैश्विक आर्थिक संकटों, युद्धों और सप्लाई चेन बाधाओं के बावजूद स्थिर निर्यात वृद्धि दर्ज की है। विशेष रूप से इलेक्ट्रॉनिक्स, इंजीनियरिंग और फार्मास्युटिकल क्षेत्रों में निर्यात तेजी से बढ़ा है।
🚀 $870 से $900 बिलियन तक का लक्ष्य
पीयूष गोयल का कहना है कि आने वाले महीनों में भारत $870 बिलियन को पार कर सकता है और 2025–26 में यह आंकड़ा $900 बिलियन तक पहुंचने की संभावना है। फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट ऑर्गेनाइजेशन (FIEO) ने तो यहां तक कहा है कि 2026 तक भारत $1 ट्रिलियन निर्यात का लक्ष्य भी हासिल कर सकता है।
🔧 कैसे हासिल होगा यह लक्ष्य?
- नए मुक्त व्यापार समझौते (FTAs)
सरकार विभिन्न देशों के साथ नए व्यापार समझौते पर कार्य कर रही है जिससे भारतीय निर्यातकों को वैश्विक बाजार में नई पहुंच मिलेगी। - उद्योगों में निवेश और उत्पादन आधारित प्रोत्साहन
इलेक्ट्रॉनिक्स और फार्मा जैसे क्षेत्रों में उत्पादन आधारित प्रोत्साहन योजनाएं (PLI) लागू की जा रही हैं जिससे निर्यात में बढ़ोतरी हो रही है। - वैश्विक सप्लाई चेन में भारत की भागीदारी
कोविड और भू-राजनीतिक अस्थिरता के बाद वैश्विक कंपनियां भारत को वैकल्पिक सप्लाई चेन के रूप में देख रही हैं। - डिजिटल व्यापार और ई-कॉमर्स
भारत का डिजिटल व्यापार और ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म भी वैश्विक व्यापार को बढ़ावा देने में योगदान कर रहा है।
📊 जोखिम और चुनौतियां
- वैश्विक अस्थिरता जैसे रूस-यूक्रेन युद्ध और मिडल ईस्ट टकराव
- अमेरिकी टैक्स और टैरिफ पॉलिसी
- घरेलू स्तर पर व्यापार घाटे में संभावित बढ़ोतरी
इन कारकों के चलते भारत को निर्यात रणनीति को लगातार अनुकूल बनाना होगा।
🧭 निष्कर्ष
भारत का निर्यात क्षेत्र अब सिर्फ परंपरागत उत्पादों तक सीमित नहीं रहा। नई तकनीक, बेहतर नीतियां और वैश्विक अवसरों का फायदा उठाते हुए भारत न सिर्फ रिकॉर्ड तोड़ निर्यात कर रहा है, बल्कि वैश्विक व्यापार में एक मजबूत खिलाड़ी के रूप में उभर रहा है।
अगर सरकार की योजनाएं और उद्योग जगत की भागीदारी इसी तरह बनी रही, तो भारत निकट भविष्य में $1 ट्रिलियन निर्यात के सपने को साकार कर सकता है।