बीती रात देश के कई नामी न्यूज़ चैनलों ने एक बार फिर साबित कर दिया कि उनके लिए सच्चाई से ज़्यादा ज़रूरी है TRP की दौड़। बिना किसी आधिकारिक पुष्टि के, इन चैनलों ने पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध छिड़ने जैसी सनसनीखेज और झूठी खबरें प्रसारित कीं। लाखों लोगों को भ्रमित करने वाली इन रिपोर्ट्स ने पत्रकारिता की गरिमा को एक बार फिर सवालों के घेरे में ला दिया है। Clarifeed ने इन अफवाहों की तह तक जाकर असल सच्चाई सामने रखी है – जानिए कौन-कौन से बड़े मीडिया हाउस शामिल थे इस फेक न्यूज़ ड्रामे में।






