कनाडा में हुए 2025 के संघीय चुनावों में प्रधानमंत्री मार्क कार्नी के नेतृत्व वाली लिबरल पार्टी ने चौथी बार सत्ता में वापसी की है। हालांकि, पार्टी पूर्ण बहुमत से चूक गई है और अब अल्पमत सरकार बनाने की संभावना है।
चुनाव परिणाम और राजनीतिक परिदृश्य
- लिबरल पार्टी: 165 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनी, लेकिन 172 सीटों के बहुमत से पीछे रही।
- कंजरवेटिव पार्टी: पीयर पोइलिवरे के नेतृत्व में 147 सीटें हासिल कीं।
- न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी (NDP): जगमीत सिंह के नेतृत्व में पार्टी का प्रदर्शन बेहद खराब रहा, जिससे उन्होंने पार्टी अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया।
चुनावी मुद्दे और अमेरिकी प्रभाव
इस चुनाव में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की नीतियों का गहरा प्रभाव रहा। ट्रंप द्वारा कनाडा पर लगाए गए टैरिफ और 51वें राज्य बनाने की धमकियों ने कनाडाई मतदाताओं को चिंतित किया। मार्क कार्नी ने इन मुद्दों को चुनावी अभियान में प्रमुखता से उठाया और कनाडा की संप्रभुता की रक्षा का संकल्प लिया।
भारत-कनाडा संबंधों पर प्रभाव
मार्क कार्नी की जीत के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें बधाई दी और दोनों देशों के साझा लोकतांत्रिक मूल्यों को मजबूत करने की बात कही।
निष्कर्ष
मार्क कार्नी की लिबरल पार्टी की यह जीत कनाडा की राजनीति में एक महत्वपूर्ण मोड़ है। अमेरिकी दबावों के बीच कनाडा ने अपनी स्वतंत्रता और संप्रभुता को प्राथमिकता दी है। अब देखना होगा कि अल्पमत सरकार कैसे स्थिरता बनाए रखती है और देश को आगे ले जाती है।