22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 नागरिकों की मौत हो गई थी, जिनमें अधिकांश हिंदू पर्यटक थे। हमलावर सेना की वर्दी में थे और उन्होंने हमले के बाद जंगलों में शरण ली। भारत ने इस हमले के लिए पाकिस्तान समर्थित आतंकवादी समूहों को जिम्मेदार ठहराया है, जबकि पाकिस्तान ने इन आरोपों से इनकार किया है।
प्रधानमंत्री मोदी और एनएसए डोभाल की बैठक
हमले के बाद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के बीच उच्च स्तरीय बैठक हुई। यह बैठक प्रधानमंत्री कार्यालय में आयोजित की गई और इसमें देश की सुरक्षा स्थिति, विशेष रूप से पाकिस्तान के साथ बढ़ते तनाव पर चर्चा की गई।
बैठक में निम्नलिखित मुद्दों पर चर्चा हुई:
- सीमा पर सुरक्षा की समीक्षा और सुदृढ़ीकरण।
- आतंकी समूहों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की योजना।
- अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पाकिस्तान के खिलाफ कूटनीतिक प्रयास।
- देशभर में नागरिक सुरक्षा अभ्यास की तैयारी।
भारत की रणनीतिक तैयारी
भारत ने देशभर में 7 मई को नागरिक सुरक्षा अभ्यास (मॉक ड्रिल) की योजना बनाई है, जिसमें सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में सुरक्षा बलों की तैयारियों की समीक्षा की जाएगी।
इसके अलावा, भारतीय वायु सेना और नौसेना के प्रमुखों ने भी प्रधानमंत्री से मुलाकात की है और उन्हें सुरक्षा तैयारियों की जानकारी दी है। The Indian Express
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने पाकिस्तान के अनुरोध पर बंद दरवाजों के पीछे बैठक की है, जिसमें भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव पर चर्चा की गई।
अमेरिका, रूस और ईरान जैसे देशों ने दोनों देशों से संयम बरतने और बातचीत के माध्यम से समाधान निकालने की अपील की है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और एनएसए अजीत डोभाल की बैठक भारत की सुरक्षा रणनीति के लिए महत्वपूर्ण है। देश की सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हैं और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं। अंतरराष्ट्रीय समुदाय की निगाहें भी इस क्षेत्र पर टिकी हैं, और सभी पक्षों से संयम और संवाद की अपेक्षा की जा रही है।