प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2 मई 2025 को आंध्र प्रदेश के अमरावती में एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि “भारत की ताकत केवल हमारे हथियारों में नहीं, बल्कि हमारी एकता में भी है।” उन्होंने यह वक्तव्य ऐसे समय में दिया जब हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की जान गई थी, और केंद्र सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़े कदम उठाए हैं।
एकता और रक्षा: भारत की दोहरी शक्ति
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा, “आज हमारी ताकत हमारे हथियार ही नहीं हैं… हमारी एकता भी है।” उन्होंने देशभर में ‘एकता मॉल्स’ की स्थापना की बात की, जो ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की भावना को मजबूत करेंगे। विशाखापत्तनम में भी एक ‘एकता मॉल’ की योजना है, जहां देशभर के कारीगरों के उत्पाद एक ही छत के नीचे उपलब्ध होंगे।
अमरावती: स्वर्ण आंध्र की नींव
प्रधानमंत्री ने अमरावती को “सिर्फ एक शहर नहीं, बल्कि एक शक्ति” बताया जो आंध्र प्रदेश को आधुनिक राज्य में बदलने की क्षमता रखता है। उन्होंने कहा कि अमरावती आंध्र प्रदेश की आकांक्षाओं की नींव है और यह शहर सूचना प्रौद्योगिकी, कृत्रिम बुद्धिमत्ता, हरित ऊर्जा, स्वच्छ उद्योग, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा जैसे क्षेत्रों में अग्रणी बनेगा।
रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की ओर
प्रधानमंत्री मोदी ने DRDO की नई मिसाइल परीक्षण रेंज ‘नवदुर्गा’ का शिलान्यास किया, जो नागयालंका में स्थापित की जाएगी। उन्होंने कहा कि यह रेंज भारत की रक्षा शक्ति को देवी दुर्गा की तरह सशक्त बनाएगी।
आंध्र प्रदेश के विकास में केंद्र का सहयोग
प्रधानमंत्री ने आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू और उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण की सराहना की और राज्य के विकास में केंद्र सरकार के पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि अमरावती में उच्च न्यायालय, विधानसभा, सचिवालय और राज्यपाल भवन जैसे प्रमुख संस्थानों का निर्माण प्राथमिकता के आधार पर किया जा रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अमरावती में दिया गया यह संदेश स्पष्ट करता है कि भारत की शक्ति केवल सैन्य बल में नहीं, बल्कि देश की एकता और समरसता में भी निहित है। अमरावती को ‘स्वर्ण आंध्र’ के रूप में विकसित करने की योजना और रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की दिशा में उठाए गए कदम भारत के समग्र विकास की दिशा में महत्वपूर्ण हैं।