भारतीय सेना ने हाल ही में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में आतंकवादी ठिकानों पर किए गए हमलों के बारे में प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की। इस ऑपरेशन का उद्देश्य 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले का बदला लेना था, जिसमें 26 निर्दोष भारतीय नागरिकों की जान गई थी।
ऑपरेशन सिंदूर के मुख्य तथ्य:
1. सटीक और प्रभावी हमले
भारतीय वायुसेना ने अत्याधुनिक हथियारों का उपयोग करते हुए नौ आतंकवादी ठिकानों पर सटीक हमले किए। इन हमलों में जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा जैसे संगठनों के ठिकानों को निशाना बनाया गया।
2. पाकिस्तानी सेना को भारी नुकसान
7 से 10 मई के बीच, भारतीय सेना के हमलों में पाकिस्तानी सेना के 35 से 40 सैनिक मारे गए।
3. 100 से अधिक आतंकवादियों का सफाया
ऑपरेशन के दौरान 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए, जिनमें यूसुफ अज़हर, अब्दुल मलिक रऊफ और मुदस्सिर अहमद जैसे उच्च मूल्य वाले लक्ष्य शामिल थे।
4. भारतीय नौसेना की रणनीतिक तैनाती
भारतीय नौसेना ने रणनीतिक रूप से अपने संसाधनों को तैनात किया, जिससे पाकिस्तान को समुद्री मार्गों से भी दबाव में रखा गया।
5. पाकिस्तानी सेना की आतंकवादियों को समर्थन
एयर मार्शल ए.के. भारती ने बताया कि पाकिस्तान की सेना ने आतंकवादियों को समर्थन दिया, जिससे भारत को अपनी प्रतिक्रिया का दायरा बढ़ाना पड़ा।
6. भारतीय वायुसेना की तत्परता
भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के ड्रोन और यूएवी को सफलतापूर्वक निष्क्रिय किया, जिससे भारतीय क्षेत्र की सुरक्षा सुनिश्चित हुई।
7. सैटेलाइट इमेजरी द्वारा पुष्टि
भारतीय सेना ने ऑपरेशन के प्रभाव को दिखाने के लिए सैटेलाइट इमेज जारी की, जिसमें आतंकवादी ठिकानों की तबाही स्पष्ट रूप से दिखाई गई।
8. पाकिस्तानी अधिकारियों की आतंकवादियों के अंतिम संस्कार में उपस्थिति
भारत ने उन पाकिस्तानी सैन्य और पुलिस अधिकारियों की तस्वीरें जारी कीं, जो मारे गए आतंकवादियों के अंतिम संस्कार में शामिल हुए थे।
9. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संबोधन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा कि भारत की प्रतिक्रिया दुश्मन की कल्पना से परे थी।
10. सीमा पर शांति की स्थिति
ऑपरेशन के बाद, जम्मू-कश्मीर और अन्य सीमावर्ती क्षेत्रों में स्थिति शांतिपूर्ण रही, जिससे नागरिकों को राहत मिली।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ भारत की आतंकवाद के खिलाफ दृढ़ प्रतिबद्धता का प्रतीक है। इस ऑपरेशन ने न केवल आतंकवादी ठिकानों को नष्ट किया, बल्कि पाकिस्तान को यह संदेश भी दिया कि भारत अपनी सुरक्षा और संप्रभुता के लिए किसी भी हद तक जा सकता है।