22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहल्गाम में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने सुरक्षा के मद्देनज़र कड़े कदम उठाए हैं। हमले में 26 निर्दोष पर्यटकों की जान जाने के बाद भारत ने पाकिस्तान पर आतंकवाद को समर्थन देने का आरोप लगाया और इसके जवाब में पाकिस्तानी नागरिकों के लिए वीजा नीतियों को सख्त कर दिया।
वीजा रद्द और देश छोड़ने का आदेश
भारत सरकार ने पाकिस्तानी नागरिकों के लिए जारी 14 श्रेणियों के वीजा को तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिया है। इसके तहत अल्पकालिक वीजा धारकों को 29 अप्रैल 2025 तक भारत छोड़ने का आदेश दिया गया था। हालांकि, चिकित्सा वीजा धारकों को कुछ समय का विस्तार दिया गया था, लेकिन अब उनकी मोहलत भी समाप्त हो चुकी है। इस निर्णय के तहत, भारत में रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों को वापस पाकिस्तान भेजा गया है।
पुलिस वेरिफिकेशन और निगरानी
पाकिस्तानी नागरिकों की वापसी सुनिश्चित करने के लिए भारत सरकार ने सभी राज्यों को निर्देश जारी किए थे। इसके तहत, स्थानीय पुलिस और खुफिया एजेंसियों ने पाकिस्तानी नागरिकों के वेरिफिकेशन और निगरानी की। 29 अप्रैल तक अधिकांश पाकिस्तानी नागरिक भारत छोड़ चुके हैं।
राजनयिक तनाव और अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
भारत के इस कदम के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच राजनयिक तनाव और बढ़ गया है। भारत ने पाकिस्तान के साथ वीजा सेवाएं निलंबित कर दी हैं और पाकिस्तानी राजनयिकों को देश छोड़ने का आदेश दिया है। पाकिस्तान ने भी जवाबी कार्रवाई में भारतीय विमानों के लिए अपने हवाई क्षेत्र को बंद कर दिया है और भारतीय नागरिकों के लिए वीजा सेवाएं निलंबित कर दी हैं।
अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने इस स्थिति पर चिंता व्यक्त की है और दोनों देशों से संयम बरतने की अपील की है।
पहल्गाम आतंकी हमले के बाद भारत सरकार की ओर से उठाए गए ये कदम सुरक्षा के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण हैं। हालांकि, इन निर्णयों का असर भारत-पाकिस्तान के बीच राजनयिक संबंधों पर भी पड़ा है। आने वाले समय में यह देखना होगा कि दोनों देश इस स्थिति को कैसे संभालते हैं और क्षेत्र में शांति और स्थिरता कैसे सुनिश्चित की जाती है।