गुजरात के गांधीनगर में आयोजित एक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर की सफलता का जिक्र करते हुए विपक्ष पर तीखा तंज कसा। उन्होंने कहा कि इस बार आतंकियों के ठिकानों पर कार्रवाई कैमरे के सामने की गई, ताकि कोई सबूत न मांगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को गुजरात के गांधीनगर में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए हाल ही में सफल हुए “ऑपरेशन सिंदूर” का जिक्र किया। इस दौरान उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा, “इस बार सब कैमरे के सामने किया ताकि हमारे घर में कोई सबूत न मांगे।”
ऑपरेशन सिंदूर: आतंक के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई
प्रधानमंत्री ने बताया कि 6 मई के बाद आतंकियों के 9 ठिकानों को मात्र 22 मिनट में तबाह कर दिया गया। उन्होंने कहा कि यह कार्रवाई पूरी तरह कैमरे के सामने की गई, ताकि कोई भी इसकी प्रमाणिकता पर सवाल न उठा सके। उन्होंने यह भी बताया कि पाकिस्तान में मारे गए आतंकियों को स्टेट ऑनर दिया गया और उनकी ताबूतों पर पाकिस्तानी झंडे लगाए गए, जिससे यह स्पष्ट होता है कि यह प्रॉक्सी वॉर नहीं, बल्कि सोची-समझी रणनीति के तहत युद्ध है।
इतिहास से सबक: सरदार पटेल की अनसुनी सलाह
पीएम मोदी ने 1947 के विभाजन का जिक्र करते हुए कहा कि उस समय मां भारती के टुकड़े हुए और देश के तीन टुकड़े कर दिए गए। उन्होंने कहा कि अगर उस समय सरदार पटेल की सलाह मानी गई होती और पीओके को वापस लेने के लिए सेना को रोका न गया होता, तो आज की स्थिति अलग होती।
सिंधु जल समझौता: देश के हितों की अनदेखी
प्रधानमंत्री ने सिंधु जल समझौते का जिक्र करते हुए कहा कि इस समझौते में जम्मू-कश्मीर की नदियों पर बने बांधों की सफाई का काम नहीं किया गया, जिससे उनकी क्षमता घटकर 2-3% रह गई। उन्होंने कहा कि हमने अभी केवल बांधों के गेट खोलकर कूड़ा-कचरा निकाला है और वहां बाढ़ आ गई है।
भारत की आर्थिक प्रगति
पीएम मोदी ने बताया कि 26 मई 2024 को जब उन्होंने प्रधानमंत्री पद की शपथ ली थी, तब भारत 11वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था था। आज, एक साल के भीतर, भारत दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है। उन्होंने कहा कि यह उपलब्धि कोरोना महामारी, प्राकृतिक आपदाओं और पड़ोसियों की मुसीबतों के बावजूद हासिल की गई है।
विदेशी सामानों का बहिष्कार
प्रधानमंत्री ने देशवासियों से विदेशी सामानों का बहिष्कार करने की अपील की। उन्होंने कहा कि आज छोटी आंखों वाले गणेश जी भी विदेश से आ रहे हैं और होली पर पिचकारी तक विदेशी आती हैं। हमें घरों में इस्तेमाल होने वाले विदेशी सामानों की एक लिस्ट बनानी चाहिए और फिर ज्यादा से ज्यादा मेड इन इंडिया सामान का इस्तेमाल करना चाहिए।
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस भाषण में उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई, ऐतिहासिक गलतियों से सबक, देश की आर्थिक प्रगति और आत्मनिर्भर भारत की दिशा में उठाए गए कदमों का विस्तार से उल्लेख किया। उनका यह संबोधन देशवासियों को सुरक्षा, स्वाभिमान और आत्मनिर्भरता के मार्ग पर आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता है।