भारत और पाकिस्तान के बीच हुए हालिया संघर्ष विराम के कुछ ही दिनों बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पंजाब के आदमपुर एयरबेस का दौरा किया और वहां तैनात भारतीय वायुसेना के जवानों से मुलाकात की।
आदमपुर पर पाकिस्तानी हमला विफल
आदमपुर एयरफोर्स स्टेशन उन ठिकानों में शामिल था, जिन्हें पाकिस्तान ने 9 और 10 मई की रात भारत के “ऑपरेशन सिंदूर” के जवाब में निशाना बनाने की कोशिश की थी। पाकिस्तान ने दावा किया था कि उसने JF-17 फाइटर जेट्स से दागी गई हाइपरसोनिक मिसाइलों से आदमपुर में भारत की S-400 एयर डिफेंस प्रणाली को तबाह कर दिया है। हालांकि, भारतीय अधिकारियों ने इस दावे को सिरे से खारिज कर दिया।

मोदी ने कहा – बहादुर जवानों से मिलना खास अनुभव
प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट करते हुए कहा –
“आज सुबह मैं AFS आदमपुर गया और हमारे बहादुर एयर वारियर्स और सैनिकों से मुलाकात की। साहस, संकल्प और निर्भीकता की मिसाल बन चुके इन योद्धाओं के साथ समय बिताना एक खास अनुभव था। भारत हमारे सशस्त्र बलों का हमेशा आभारी रहेगा।”

ऑपरेशन सिंदूर: भारत की नई नीति
पीएम मोदी का यह दौरा ऐसे समय पर हुआ जब उन्होंने सोमवार को राष्ट्र को संबोधित करते हुए “ऑपरेशन सिंदूर” की सफलता पर सशस्त्र बलों की जमकर तारीफ की थी। यह ऑपरेशन 7 मई को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद शुरू किया गया था, जिसमें 26 लोगों की जान गई थी।
इस ऑपरेशन के तहत भारतीय सेनाओं ने पाकिस्तान और पाकिस्तान-अधिकृत कश्मीर (PoK) में 9 आतंकी ठिकानों पर हमला कर 100 से अधिक आतंकियों को ढेर कर दिया। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर अब आतंकवाद के खिलाफ भारत की “स्थापित नीति” बन गया है और यह भारत की रणनीति में निर्णायक बदलाव को दर्शाता है।
पाकिस्तान की पोल खुली
पीएम मोदी ने यह भी बताया कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पूरी दुनिया ने पाकिस्तान का “काला चेहरा” फिर से देखा, जब वहां के सीनियर सैन्य अधिकारी आतंकियों के जनाजे में शामिल हुए। उन्होंने इसे राज्य प्रायोजित आतंकवाद का ठोस प्रमाण बताया।
संघर्ष विराम और जवाबी कार्रवाई
भारतीय हमलों के जवाब में पाकिस्तान ने भारत के पश्चिमी हिस्सों पर ड्रोन और मिसाइल हमले किए, जिन्हें भारतीय सुरक्षा बलों ने सफलतापूर्वक निष्क्रिय कर दिया। इसके बाद भारत ने भी पाकिस्तानी क्षेत्र के अंदर चुनिंदा सैन्य ठिकानों को टारगेट किया।
चार दिन तक चली इस सैन्य तनातनी के बाद भारत और पाकिस्तान ने शनिवार को तत्काल प्रभाव से संघर्ष विराम पर सहमति जताई।