भारत ने एक बार फिर पाकिस्तान को लेकर अपना रुख स्पष्ट कर दिया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जायसवाल ने हाल ही में बयान देते हुए कहा कि पाकिस्तान को उन क्षेत्रों को खाली करना चाहिए जो उसने अवैध रूप से भारत के जम्मू-कश्मीर राज्य से हथिया लिए हैं। यह बयान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की सख्त नीति और पाकिस्तान के खिलाफ लगातार उठती आवाज को दर्शाता है।
जायसवाल ने स्पष्ट रूप से कहा कि पूरा जम्मू और कश्मीर, जिसमें पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर (PoK) भी शामिल है, भारत का अभिन्न हिस्सा है। पाकिस्तान जिस इलाके पर अपना दावा करता है, वह ऐतिहासिक, कानूनी और संवैधानिक रूप से भारत का हिस्सा रहा है। यह बात भारत सरकार कई बार अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी रख चुकी है।

यह बयान उस समय आया है जब पाकिस्तान अपने आंतरिक संकटों और राजनीतिक अस्थिरता से जूझ रहा है। पाकिस्तान द्वारा बार-बार कश्मीर मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर उठाने की कोशिशों को भारत ने पहले भी पूरी तरह खारिज किया है और साफ कर दिया है कि कश्मीर भारत का अंदरूनी मामला है।
भारत लगातार पाकिस्तान द्वारा समर्थित आतंकवाद, सीमा पार घुसपैठ और झूठे प्रचार की आलोचना करता रहा है। हाल के दिनों में PoK में रहने वाले लोगों ने भी पाकिस्तान सरकार के खिलाफ आवाज उठाई है, जिनमें खराब शासन, मूलभूत सुविधाओं की कमी और मानवाधिकार उल्लंघनों की बातें सामने आई हैं।
भारत के इस बयान का एक महत्वपूर्ण संकेत यह भी है कि अब अंतरराष्ट्रीय समुदाय को भी यह समझ में आना चाहिए कि PoK में पाकिस्तान का कब्जा अवैध और असंवैधानिक है। भारत PoK को लेकर कभी भी अपने रुख से पीछे नहीं हटा है और अब यह मुद्दा फिर से गर्माया जा रहा है, जिसका सीधा प्रभाव आने वाले अंतरराष्ट्रीय कूटनीतिक समीकरणों पर पड़ेगा।
भारत का यह बयान न केवल पाकिस्तान को कड़ा संदेश है, बल्कि यह भारतीय नागरिकों को भी भरोसा दिलाता है कि सरकार अपने हर हिस्से को लेकर गंभीर है। PoK को लेकर भारत की नीति में कोई बदलाव नहीं हुआ है – वह आज भी भारत का हिस्सा है और हमेशा रहेगा।