भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान में मौजूद आतंक के गढ़ों पर जबरदस्त हमला बोला, जिसमें जैश-ए-मोहम्मद के शीर्ष कमांडर और मसूद अजहर के भाई रऊफ अजहर को ढेर कर दिया गया। रऊफ अजहर भारत में कई बड़े आतंकी हमलों की साजिशों में शामिल था और लंबे समय से भारतीय एजेंसियों की हिट लिस्ट में शामिल था।
भारत की इस सैन्य कार्रवाई में कुल नौ आतंकी ठिकानों को नष्ट किया गया, जिससे पाकिस्तान की आतंकी नेटवर्क को करारा झटका लगा है। यह ऑपरेशन न सिर्फ आतंकियों के खिलाफ, बल्कि उन्हें संरक्षण देने वालों को भी एक स्पष्ट संदेश है कि भारत अब हर चुनौती का डटकर जवाब देगा।
पाकिस्तान की सुरक्षा एजेंसियों और सेना इस हमले के बाद सकते में हैं, वहीं भारत में इस साहसिक कार्रवाई की जमकर तारीफ हो रही है। जनता से लेकर राजनीतिक नेतृत्व तक, सभी ने भारतीय सेना की बहादुरी को सलाम किया है।
क्या है रऊफ अजहर की भूमिका?
रऊफ अजहर न सिर्फ जैश-ए-मोहम्मद का सीनियर ऑपरेशनल कमांडर है, बल्कि वह संगठन के रणनीतिक फैसलों और आतंकी हमलों की साजिश रचने में मुख्य भूमिका निभाता रहा है। 2001 के भारतीय संसद पर हमले, पठानकोट एयरबेस अटैक और उरी हमले में उसकी अहम भूमिका रही थी। भारत पर आतंक फैलाने के लिए वह लंबे समय से पाकिस्तान के संरक्षण में बैठा था।
ऑपरेशन सिंदूर: सटीक हमला, बड़ा संदेश
भारतीय सेना और वायुसेना ने इस बार सीमित जवाबी कार्रवाई की जगह पीओके (पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर) और पाकिस्तान की सीमा में गहरे घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक्स और एयरस्ट्राइक्स कीं। इसमें नौ बड़े आतंकी ठिकाने नष्ट किए गए। सूत्रों के अनुसार, जिन ठिकानों को निशाना बनाया गया, वे जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा जैसे संगठनों के कमांड सेंटर्स थे। रऊफ अजहर जिस स्थान पर मौजूद था, वहां की गई स्ट्राइक बेहद सटीक और जानलेवा साबित हुई।
भारत का सख्त संदेश
भारत ने इस ऑपरेशन के जरिए दुनिया को यह स्पष्ट संदेश दिया है कि अब सीमा पार से आतंक की कोई भी कोशिश बर्दाश्त नहीं की जाएगी। भारत अब केवल रक्षात्मक नीति पर नहीं, बल्कि आक्रामक नीति पर काम कर रहा है। भारतीय वायुसेना की क्षमता, खुफिया एजेंसियों की तेजी और सेना का समन्वय इस ऑपरेशन में साफ नजर आया।
पाकिस्तान में खलबली
रऊफ अजहर के घायल होने की खबर के बाद पाकिस्तान में हड़कंप मचा हुआ है। पाकिस्तानी सेना और राजनीतिक नेतृत्व दबाव में हैं, क्योंकि भारत की यह कार्रवाई सीधे पाकिस्तान की सीमाओं के भीतर हुई। इससे पाकिस्तान के आंतरिक सुरक्षा ढांचे की कमजोरी और उसकी आतंकियों को पनाह देने की असलियत एक बार फिर बेनकाब हो गई है।
आगे की रणनीति
भारतीय रक्षा सूत्रों के मुताबिक, ऑपरेशन सिंदूर का पहला चरण पूरा हो चुका है, लेकिन यदि पाकिस्तान या उसके आतंकी संगठन फिर कोई हरकत करते हैं, तो भारत की तैयारी अगले स्तर पर है।