मुख्य बिंदु:
- Reliance Infrastructure और Reliance Power के शेयरों में सोमवार को 10% तक की तेजी
- लगातार गिरते ग्रुप में दिखी नई ऊर्जा
- कर्ज पुनर्गठन और संभावित रणनीतिक निवेशकों की एंट्री की चर्चा
- बाजार विशेषज्ञों ने बढ़ाया टारगेट प्राइस
शेयर बाजार में हड़कंप: अनिल अंबानी की कंपनियों में ज़बरदस्त तेजी
अनिल अंबानी के नेतृत्व वाला रिलायंस ग्रुप, जो पिछले कुछ वर्षों से वित्तीय संकट, कर्ज और कोर्ट केसों में उलझा हुआ था, सोमवार को शेयर बाजार में चर्चा का केंद्र बन गया। Reliance Infrastructure और Reliance Power के शेयरों में लगभग 10% की उछाल दर्ज की गई, जिससे निवेशकों में आशा की लहर दौड़ गई है।
यह उछाल एक सामान्य ट्रेडिंग रैली नहीं थी, बल्कि इसके पीछे कई रणनीतिक वजहें हैं।
शेयरों का प्रदर्शन:
कंपनी का नाम | पिछला बंद भाव | वर्तमान भाव | प्रतिशत बढ़त |
---|---|---|---|
Reliance Infra | ₹157.20 | ₹173.00 | 10.04% |
Reliance Power | ₹28.15 | ₹30.95 | 9.94% |
Intraday में शेयरों ने Upper Circuit को छुआ।
तेजी की वजहें क्या हैं?
1. ऋण पुनर्गठन (Debt Restructuring) की प्रगति
रिपोर्ट्स के अनुसार, अनिल अंबानी की कंपनियों द्वारा लिए गए अरबों रुपये के कर्ज को फिर से योजनाबद्ध तरीके से चुकाने की योजना पर काम हो रहा है। बैंकिंग सेक्टर से यह खबर सामने आई कि कई बड़े बैंकों ने साझा कंसोर्टियम रेजोल्यूशन प्लान पर सहमति दी है।
2. संभावित रणनीतिक निवेश (Strategic Investment)
इनसाइडर सूत्रों के अनुसार, कुछ विदेशी संस्थागत निवेशक (FIIs) और घरेलू फंड हाउस, इन कंपनियों में रणनीतिक हिस्सेदारी लेने की योजना बना रहे हैं। हालांकि इसकी अभी तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
3. इंफ्रास्ट्रक्चर और एनर्जी सेक्टर में नीति समर्थन
सरकार की ओर से नेशनल इन्फ्रास्ट्रक्चर पाइपलाइन (NIP) और ग्रीन एनर्जी ट्रांजिशन को बढ़ावा देने के कारण भी निवेशकों का ध्यान इस सेक्टर की ओर गया है।
4. अनिल अंबानी की सक्रिय भूमिका में वापसी
पिछले कुछ महीनों में अनिल अंबानी ने कई मीटिंग्स और पब्लिक इवेंट्स में हिस्सा लिया, जिससे उनके नेतृत्व की वापसी की अटकलें तेज हुई हैं। इससे मार्केट सेंटिमेंट पर सकारात्मक असर पड़ा।
विश्लेषकों की राय
- ICICI Direct: “Reliance Infra और Power में लिक्विडिटी की स्थिति सुधर रही है, जिससे शॉर्ट टर्म में तेजी जारी रह सकती है।”
- Motilal Oswal: “हालांकि जोखिम अब भी है, लेकिन रणनीतिक निवेश की संभावनाएं उत्साहजनक हैं।”
- Axis Securities: “₹35 का टारगेट Reliance Power के लिए निकट भविष्य में संभव है, अगर कर्ज प्रबंधन सफल रहा।”
क्या यह अनिल अंबानी की वापसी है?
एक समय देश के सबसे अमीर उद्योगपति रह चुके अनिल अंबानी को लंबे समय तक कानूनी लड़ाइयों, कर्ज और बाजार से विश्वास उठने जैसी चुनौतियों का सामना करना पड़ा। परंतु यह तेजी उनकी कारोबारी रणनीतियों और नेतृत्व पर दोबारा विश्वास का संकेत मानी जा सकती है।
हालांकि, यह रैली स्थायी होगी या नहीं — यह कर्ज निपटान और फंडिंग की सफलता पर निर्भर करेगा।
निवेशकों के लिए सलाह:
- शॉर्ट टर्म में ट्रेडिंग का मौका है, लेकिन लॉन्ग टर्म निवेश से पहले कंपनी के कर्ज और बिज़नेस मॉडल का विश्लेषण ज़रूरी है।
- Volatility बनी रहेगी, इसलिए सतर्कता ज़रूरी है।