अमेरिकी 25% टैरिफ का भारतीय शेयर बाजार पर असर: Sensex–Nifty में गिरावट लेकिन वापसी का संकेत

🔔 क्या हुआ?

संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 1 अगस्त से प्रभावी होने वाले भारतीय निर्यात पर 25% टैरिफ और रूस से रक्षा-ऊर्जा आयात पर कड़े प्रतिबंधों की घोषणा की। यह कदम भारतीय शेयर बाजार में तेज गिरावट का कारण बना।


📊 बाजार की प्रमुख प्रतिक्रियाएँ

  • सुबह के शुरुआती कारोबार में Sensex लगभग 0.9% गिरकर 80,695.5 तक गया, जबकि Nifty 50 करीब 0.86% गिरकर 24,642.25 पर खुला।
  • दोपहर के बाद दोनों सूचकांकों में कुछ रिकवरी देखने को मिली और अंत में Sensex लगभग 81,185.58 पर (+0.36%), जबकि Nifty 50 24,768.35 पर (-0.35%) बंद हुआ।

🧩 कौन से सेक्टर्स प्रभावित हुए?

  • Textiles, Pharmaceuticals, Auto Components, Seafood Exports जैसे निर्यात-आधारित क्षेत्रों में भारी दबाव देखा गया। कई शेयरों में 3–6% तक की गिरावट आई।
  • FMCG सेक्टर में 1.4% की बढ़त रही, जबकि IT, Metal, Oil & Gas, PSU Banks, Pharma जैसे सेक्टर्स में गिरावट दर्ज हुई।

💡 बाजार अंतर्दृष्टियाँ: क्या बदलाव संभव है?

  • विशेषज्ञ मानते हैं कि यह टैरिफ दर वास्तव में बातचीत के लिए एक दबाव रणनीति हो सकती है, जैसा कि पहले दक्षिण कोरिया के साथ हुआ था।
  • अनुमान है कि टैरिफ से लगभग 8 अरब डॉलर के भारतीय निर्यात प्रभावित होंगे, लेकिन भारत की मजबूत घरेलू मांग और आर्थिक स्थिरता के चलते अर्थव्यवस्था पर सीमित असर पड़ेगा।

💱 रुपया और विदेशी निवेश

  • रुपया कमजोर होकर 87.74 के स्तर तक गिर गया।
  • विदेशी निवेशकों ने बिकवाली जारी रखी, जिससे जुलाई में Sensex–Nifty में लगभग 3% तक की गिरावट दर्ज की गई।

📈 तकनीकी विश्लेषण और रणनीति

  • तकनीकी विश्लेषकों के अनुसार, 24,600–25,000 की सीमा में ट्रेडिंग संभव है।
  • निवेशकों को सलाह दी जा रही है कि वे FMCG, Banking, Capital Goods, Auto जैसे क्षेत्रों में चयनात्मक स्टॉक्स को प्राथमिकता दें।

🧠 निष्कर्ष

  • ट्रंप का 25% टैरिफ भारतीय बाजार के लिए एक बड़ा झटका था, लेकिन बाजार ने यह दिखाया कि वह लचीलापन और आत्मविश्वास बनाए रख सकता है।
  • अगस्त में भारत-अमेरिका व्यापार वार्ता के बाद स्थिति में सुधार की संभावना है।