भारत में हाल ही में हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद पाकिस्तान को लेकर देश भर में माहौल गर्म है। इस बीच कांग्रेस नेता और सांसद शशि थरूर ने अंतरराष्ट्रीय मंच से एक ऐसा बयान दिया, जिसने सुर्खियां बटोरीं। पनामा में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने पाकिस्तान पर जोरदार हमला बोला और भारत की आतंकवाद के खिलाफ नीति को मजबूती से रखा।
थरूर ने कहा:
“हमने चिल्लाहटें सुनी हैं, और हमने फैसला किया है कि अब हम सिंदूर के घाव आतंकवादियों के खून से भरेंगे।”
उनका यह बयान सीधे-सीधे भारत में हुए हमलों और पाकिस्तान के आतंकवाद को समर्थन देने के आरोपों पर केंद्रित था। उन्होंने यह भी कहा कि भारत अब पहले जैसा मौन नहीं रहेगा — अब देश अपनी बात पूरी ताकत और स्पष्टता से कहेगा।
क्या है ऑपरेशन सिंदूर?
हाल ही में जम्मू-कश्मीर में हुए आतंकी हमले में कई जवान शहीद हुए थे, जिनमें से कुछ विवाहित थे। उनके खून से उनके परिवार की मांग उजड़ गई — इसे ही ‘सिंदूर का घाव’ कहा गया। इसी भावना को आधार बनाकर भारतीय सुरक्षा बलों ने आतंकी ठिकानों पर जवाबी कार्रवाई की, जिसे ‘ऑपरेशन सिंदूर’ कहा गया।
शशि थरूर के बयान का राजनीतिक महत्व
थरूर के इस बयान को कूटनीतिक रूप से एक कड़ा संदेश माना जा रहा है। अंतरराष्ट्रीय मंच से पाकिस्तान को लताड़ने का यह तरीका यह दिखाता है कि भारत अब आतंकवाद के मुद्दे पर कोई नरमी नहीं बरतेगा — चाहे वो देश में हो या अंतरराष्ट्रीय स्तर पर।
इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर भी प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आ गई है। कई लोगों ने थरूर की भाषा को आक्रामक और प्रभावी बताया, तो कुछ ने इसे अत्यधिक भावनात्मक कहा।
शशि थरूर का यह बयान न केवल पाकिस्तान को एक स्पष्ट चेतावनी है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि भारत अब आतंकवाद पर कड़ा रुख अपनाए हुए है। ‘सिंदूर के घाव’ जैसे शब्दों का इस्तेमाल कर थरूर ने भारत के शहीदों और उनके परिवारों के दर्द को अंतरराष्ट्रीय मंच पर आवाज दी है।