भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़े तनाव और “ऑपरेशन सिंदूर” के बाद, टर्की और अज़रबैजान जैसे देशों में भारतीय पर्यटकों को कथित तौर पर देशभक्ति साबित करने के लिए मजबूर किया गया। इसके विरोध में भारतीयों ने इन दोनों देशों की यात्रा करने से साफ इंकार कर दिया है। यात्रा एजेंसियों और टूर ऑपरेटर्स का कहना है कि बीते कुछ दिनों में टर्की और अज़रबैजान की हजारों ट्रिप बुकिंग्स रद्द कर दी गई हैं।
क्या है मामला?
हाल ही में कुछ भारतीय नागरिकों ने सोशल मीडिया पर बताया कि टर्की और अज़रबैजान में उनसे सवाल पूछे जा रहे हैं –
“क्या आप भारत के ऑपरेशन सिंदूर का समर्थन करते हैं?”
“क्या आप मोदी सरकार की कार्रवाई के पक्ष में हैं?”
इन सवालों को भारतीयों की देशभक्ति जांचने की कोशिश के तौर पर देखा गया, जिससे भारतीय समाज में गहरी नाराज़गी फैल गई।
टूरिज्म सेक्टर को झटका
देश के प्रमुख ट्रैवल ऑपरेटर्स के अनुसार,
- भारत से टर्की और अज़रबैजान के लिए 70% से ज़्यादा बुकिंग्स रद्द हो चुकी हैं।
- सोशल मीडिया पर लोगों ने इन देशों की यात्रा न करने का आह्वान किया है।
- कई ट्रैवल एजेंसियों ने भी फिलहाल इन डेस्टिनेशंस के पैकेज हटाने शुरू कर दिए हैं।
क्यों नाराज़ हैं भारतीय?
भारत ने हाल ही में “ऑपरेशन सिंदूर” के तहत पाकिस्तान और PoK में आतंकी ठिकानों पर हमला किया था। दुनिया भर में भारत की कार्रवाई को लेकर मिली-जुली प्रतिक्रियाएं आ रही हैं, लेकिन टर्की और अज़रबैजान ने पाकिस्तान के पक्ष में बयान दिए, जिससे भारतीयों में गुस्सा और बढ़ गया।
विदेश मंत्रालय की प्रतिक्रिया
हालांकि सरकार की ओर से इस मुद्दे पर आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन सूत्रों के अनुसार विदेश मंत्रालय ने स्थिति पर नजर बनाए रखी है और स्थानीय दूतावासों से रिपोर्ट मांगी है।
देश के सम्मान और आत्म-सम्मान से समझौता न करने वाले भारतीयों ने यह संदेश साफ कर दिया है कि वे अपनी देशभक्ति साबित नहीं करेंगे, खासकर उन देशों में जो आतंक के खिलाफ भारत की कार्रवाई पर सवाल उठाते हैं।