20 मई 2025 को, भारत-पाकिस्तान सीमा पर स्थित तीन प्रमुख संयुक्त चेक पोस्ट—अटारी-वाघा (अमृतसर), हुसैनीवाला (फिरोजपुर) और सादकी (फाजिल्का)—पर बीटिंग रिट्रीट समारोह का पुनः आरंभ हुआ। यह निर्णय 12 दिनों के अंतराल के बाद लिया गया, जब 8 मई को यह समारोह ऑपरेशन सिंदूर और पहलगाम आतंकी हमले के बाद सुरक्षा कारणों से स्थगित कर दिया गया था ।
समारोह का समय और सार्वजनिक उपस्थिति
20 मई को यह समारोह मीडिया के लिए आयोजित किया गया, जबकि आम जनता के लिए इसे 21 मई से खोला जाएगा । समारोह प्रतिदिन सूर्यास्त से ठीक पहले शुरू होता है, जिसमें दोनों देशों के सैनिकों द्वारा समन्वित परेड और राष्ट्रीय ध्वजों का एक साथ उतारने की प्रक्रिया शामिल होती है।
सुरक्षा उपाय और संशोधित प्रोटोकॉल
हालिया सुरक्षा चिंताओं को ध्यान में रखते हुए, बीएसएफ ने कुछ महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं:
- सीमा पर गेट बंद रहेंगे और भारत-पाकिस्तान रेंजर्स के बीच पारंपरिक हैंडशेक और अन्य क्रॉस-बॉर्डर इंटरैक्शन फिलहाल निलंबित रहेंगे ।The Times of India
- अटारी इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट से यातायात को भी अस्थायी रूप से निलंबित किया गया है।
पर्यटन और स्थानीय अर्थव्यवस्था पर प्रभाव
समारोह के पुनः आरंभ से स्थानीय पर्यटन और अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है, जो इसके स्थगन के दौरान प्रभावित हुई थी। स्थानीय समुदायों और पर्यटकों ने इस निर्णय का स्वागत किया है, जो सीमावर्ती क्षेत्रों में सामान्य स्थिति की वापसी का संकेत है।
बीटिंग रिट्रीट समारोह का पुनः आरंभ भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव के बाद सामान्य स्थिति की ओर एक महत्वपूर्ण कदम है। हालांकि, सुरक्षा कारणों से कुछ पारंपरिक तत्वों को फिलहाल निलंबित रखा गया है, लेकिन यह पहल दोनों देशों के बीच संवाद और सहयोग की संभावनाओं को पुनर्जीवित करती है।