नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के रिश्तों में और भी तनाव देखने को मिल रहा है। इस हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इसी बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का कड़ा और स्पष्ट संदेश सामने आया है। दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान शाह ने आतंकवाद के खिलाफ भारत सरकार की सख्त नीति को दोहराया।
आतंकवाद पर जीरो टॉलरेंस की नीति
दिल्ली के कैलाश कॉलोनी में बोडो समुदाय के नेता बोडोफा उपेंद्रनाथ ब्रह्मा की प्रतिमा और एक सड़क का उद्घाटन करते हुए अमित शाह ने कहा,
“हम आतंकवाद को जड़ से उखाड़ फेंकेंगे। आतंकियों को चुन-चुनकर मारेंगे। हमारे लिए देश की सुरक्षा सर्वोपरि है और इसके लिए कोई समझौता नहीं होगा।”
उन्होंने यह भी कहा कि सरकार की नीति बिल्कुल स्पष्ट है — आतंकवाद पर जीरो टॉलरेंस। जो भी देश की शांति भंग करने की कोशिश करेगा, उसे करारा जवाब दिया जाएगा।
आतंकवादियों को मिलेगा मुंहतोड़ जवाब
गृह मंत्री ने 90 के दशक से चले आ रहे कश्मीर के आतंकवाद को याद दिलाते हुए कहा,
“जो लोग यह सोचते हैं कि उन्होंने निर्दोष नागरिकों की जान लेकर लड़ाई जीत ली है, उन्हें यह जान लेना चाहिए कि यह लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई है। हम एक-एक आतंकी को ढूंढ निकालेंगे और सजा देंगे।”
भारत-पाक रिश्तों में और बढ़ा तनाव
पहलगाम हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच कूटनीतिक तनाव भी बढ़ गया है। भारत ने कड़ा रुख अपनाते हुए पाकिस्तान को वैश्विक मंचों पर घेरना शुरू कर दिया है। कई पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रद्द किए जा चुके हैं और सुरक्षा एजेंसियों ने अलर्ट मोड पर रहते हुए जम्मू-कश्मीर में सर्च ऑपरेशन तेज कर दिए हैं।
गृह मंत्री अमित शाह का यह बयान न केवल देश के भीतर लोगों को आश्वस्त करता है, बल्कि यह एक सख्त संदेश भी है — भारत अब आतंकवाद को किसी भी रूप में सहन नहीं करेगा। सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति अब कार्रवाई के रूप में जमीन पर उतर रही है।