22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया। इस हमले में 26 लोगों की जान गई और कई लोग घायल हुए। हमले के बाद जम्मू-कश्मीर में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है और सेना लगातार सर्च ऑपरेशन चला रही है। पीएम मोदी ने भी आतंकियों को कड़ी चेतावनी दी है। ऐसे माहौल में देश की सुरक्षा एजेंसियां चौकन्ना हैं और किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर कड़ी नजर रखी जा रही है।
इस संवेदनशील समय में आपको बेहद सतर्क रहने की जरूरत है—खासकर इंटरनेट इस्तेमाल करते समय। कुछ चीजें गूगल पर सर्च करना न सिर्फ आपको शक के घेरे में ला सकता है, बल्कि गिरफ्तारी तक की नौबत आ सकती है। आइए जानते हैं कि किन सर्च टॉपिक्स से आपको बचना चाहिए:
हथियारों और आतंकी संगठनों से जुड़ी जानकारी सर्च करना
अगर आप ऑटोमैटिक हथियारों, गैरकानूनी हथियारों या फिर आतंकवादी संगठनों के बारे में जानकारी गूगल पर तलाशते हैं—जैसे उनकी सोच, गतिविधियां या वीडियो—तो सुरक्षा एजेंसियां आपको संदिग्ध मान सकती हैं। ऐसा करने से आप सीधा उनके रडार पर आ सकते हैं।
हमले वाली जगह के बारे में असामान्य दिलचस्पी
यदि आप उस क्षेत्र में नहीं रहते लेकिन आतंकी हमले की जगह के बारे में अत्यधिक और बार-बार जानकारी सर्च कर रहे हैं, तो यह भी संदेह पैदा कर सकता है। एजेंसियां इसे एक असामान्य व्यवहार मान सकती हैं और आपसे पूछताछ की जा सकती है।
बम बनाने की विधि या विस्फोटक सामग्री के बारे में सर्च
अगर आप विस्फोटकों, बम बनाने की प्रक्रिया या उनसे संबंधित किसी भी तरह की तकनीकी जानकारी को गूगल पर सर्च करते हैं, तो यह सीधे तौर पर गैरकानूनी माना जाएगा। ऐसे मामलों में सुरक्षा एजेंसियां बिना देर किए कार्रवाई कर सकती हैं, क्योंकि यह राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा मुद्दा होता है।
सतर्क रहें, सजग नागरिक बनें
देश में आतंक के खिलाफ कार्रवाई जारी है और हम सबका कर्तव्य है कि हम सतर्क रहें और ऐसा कोई भी कार्य न करें जिससे देश की सुरक्षा को खतरा हो। इंटरनेट की आज़ादी का इस्तेमाल ज़िम्मेदारी के साथ करें।